खत्म नहीं होंगी इमरान खान की मुश्किलें, कड़ी टक्कर देने के लिए 'दो दुश्मन' मिला सकते हैं हाथ
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खत्म नहीं होंगी इमरान खान की मुश्किलें, कड़ी टक्कर देने के लिए 'दो दुश्मन' मिला सकते हैं हाथ

पीटीआई नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है लेकिन ऐसा लग रहा है कि पार्लियामेंट में उसकी मुसीबतें कम होने वाली नहीं हैं

पीपीपी और पीएमल-एन आपस में मिल कर बना सकती हैं संयुक्त रणनीति (प्रतीकात्मक तस्वीर)

नई दिल्ली/इस्लामाबाद: भले ही पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) 25 जुलाई के चुनावों के बाद नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है लेकिन ऐसा लग रहा है कि पार्लियामेंट में उसकी मुसीबतें कम होने वाली नहीं हैं. पाकिस्तान के प्रमुख अंग्रेजी अखबार डॉन के रविवार के अंक में पहले पन्ने पर प्रमुखता के साथ प्रकाशित की गई एक खबर में इस बात का दावा किया गया है कि पार्लियामेंट में पीटीआई को कड़ी टक्कर देने के लिए दो प्रमुख दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए कुछ दिनों में मुलाकात कर सकते हैं. वहीं दूसरी ओर अखबार की खबर में पीटीआई के नेताओं का दावा भी प्रकाशित किया गया है कि उन्हें सरकार बनाने के लिए किसी अन्य पार्टी के समर्थन की आवश्यकता नहीं होगी. जबकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) द्वारा शनिवार को जारी किए गए अंतिम प्रारंभिक परिणाम बताते हैं कि पीटीआई अभी भी अपनी सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्याओं से कम है.

  1. पीपीपी और पीएमल-एन के नेताओं के बीच रविवार को हो सकती है मुलाकात
  2. पीटीआई ने बैठक में सरकार गठन के बाद की चुनौतियों पर की चर्चा
  3. इमरान खान ने पांच सीटें जीती हैं और उन्हें चार सीटें खाली करनी होंगी

पीपीपी और पीएमल-एन में हो सकती है बातचीत
खबर में टीवी रिपोर्टों के हवाले से बताया गया है कि वरिष्ठ पीपीपी नेता सैयद खुर्शीद शाह रविवार (आज) इस्लामाबाद में पीएमएल-एन अध्यक्ष शाहबाज शरीफ से मुलाकात करेंगे. खबर में आगे बताया गया है कि शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने पूरे दिन प्रांतीय सरकार के संभावित उम्मीदवारों के नाम और संघीय कैबिनेट के संभावित सदस्यों के नामों का उल्लेख किया. लेकिन, पीटीआई के सूत्रों ने डॉन से कहा कि बनिगाला में आयोजित बैठकों में किसी भी नाम पर चर्चा नहीं हुई क्योंकि पार्टी अभी भी कैलकुलेशन करने में व्यस्त थी.

पीटीआई ने सरकार गठन के बाद की चुनौतियों पर की चर्चा
खबर में आगे लिखा गया है कि जब पीटीआई से संपर्क किया गया तो पीटीआई के शाफगेट मेहमूद ने दावा किया कि बनिगाला में कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई थी और उन्होंने (पीटीआई नेताओं) सरकार गठन के बाद सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए एक आम चर्चा की गई थी, लेकिन उस बैठक में किसी भी केन्द्रीय मंत्री या मुख्यमंत्रियों के नाम पर चर्चा नहीं की गई. खबर में आगे बताया गया है कि मेहमूद ने इस बात से भी इनकार कर दिया कि उनकी पार्टी ने उन्हें नेशनल असेंबली का स्पीकर चुनने के लिए नामांकित किया था. 

इमरान खान को छोड़नी होंगी चार सीटें
खबर में आगे जानकारी दी गई है कि ईसीपी द्वारा घोषित पूर्ण प्रारंभिक परिणामों के मुताबिक, पीटीआई ने 115 सामान्य सीटें हासिल की हैं ( सामान्य बहुमत से 12 कम) जबकि पीएमएल-एन और पीपीपी ने क्रमशः 64 और 43 सीटें जीती हैं. पीटीआई नेताओं में से जिन्होंने एक से अधिक सीट जीती हैं, उन्हें अतिरिक्त सीटें खाली करनी होंगी क्योंकि पाकिस्तान का कानून एक व्यक्ति को केवल एक सीट पर बने रहने की इजाजत देता है. खबर के मुताबिक पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने पांच सीटें जीती हैं और उन्हें चार सीटें खाली करनी होंगी.

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