Ganesh Chaturthi 2022 Date: हिंदू धर्म में गणेश जी को विशेष स्थान प्राप्त है. किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है. ताकि सभी कार्यों को निर्विघ्न पूरा किया जा सके. गणेश जी का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था. और इस दिन को बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है. गणेश महोत्सव 10 दिन तक चलता है. चतुर्थी के दिन घरों में बप्पा को विराजित किया जाता है. उनकी पूज-अर्चना की जाती है. गणपति की स्थापना के बाद उन्हें उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है. 


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मान्यता है कि बप्पा प्रसन्न होकर भक्तों पर खूब कृपा बरसाते हैं. उनके सभी कष्टों को हर लेते हैं और सभी कार्य निर्विघ्न पूरे होने का आशीर्वाद देते हैं. ऐसे में इन 10 दिनों तक बप्पा की खूब सेवा की जाती है. उनकी प्रिय चीजें उन्हें अर्पित की जाती हैं. मोदक, लड्डू आदि का भोग लगाया जाता है. गमेश चतुर्थी पर बप्पा को घर लाने से पहले आप भी जान लें कि गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. घर में बप्पा की सही मूर्ति स्थापित करने पर ही गणपति पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है. 


गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान


- ज्योतिष शास्त्र में गणेश जी की अलग-अलग मूर्तियों का अलग महत्व बताया गया है. साथ ही, बप्पा के आकार के हिसाबसे अलग जगह रखा जाता है. ज्योतिष अनुसार नौकरी या व्यवसाय से संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए गणेश जी की सिंदूरी स्वरूप वाली मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए. अगर आप ऐसे बप्पा की स्थापना करते हैं तो व्यक्ति के किस्मत के बंद दरवाजे भी खुल जाते हैं. 


- गणपति की मूर्ति खरीदते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि उनकी बैठे हुए वाली मूर्ति खरीदने चाहिए. गणेश चतुर्थी के दौरान इस तरह की मूर्ति की स्थापना करना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि बप्पा की ऐसी मूर्ति की पूजा करने से स्थाई लाभ होता है. 


- वास्तु शास्त्र के अनुसार बप्पा की नृत्य करती हुई मूर्ति घर में बिल्कुल भी नहीं लानी चाहिए. कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है, तो इससे घर में कलह-कलेश बढ़ जाते हैं. और घर की शांति भंग होती है. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)