Offering Oil to Shani Dev: शनि देव इंसान को उसके अच्छे और बुरे कर्मों के हिसाब से फल प्रदान करते हैं. ऐसे में लोग उनके कोप दृष्टि से बहुत घबराते हैं. खासकर लोगों को जीवन में एक बार ढैय्या और साढ़ेसाती का सामना जरूर करना पड़ता है. इस दौरान बुरे कर्मों के हिसाब से इंसान को काफी कष्ट भोगने पड़ते हैं. कई लोगों की जिंदगी तबाह हो जाती है. हालांकि, शनि देव के गुस्से से बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में की तरह के उपाय बताए गए हैं. इनमें एक उपाय सरसों के तेल का भी है.   


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कुंडली में शनि दोष होने या फिर साढ़ेसाती और ढैय्या चलने पर सरसों के तेल से उपाय करना चाहिए. शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर उनको सरसों का तेल चढाएं. इसके साथ ही शनिवार के दिन ही रोटी में सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं.


शनि की अशुभ दशा से बचने के लिए शनिवार के दिन घर में किसी अंधेरी जगह पर लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भरकर, उसमें तांबे का एक सिक्का डाल दें. वहीं, हर शनिवार को वट और पीपल वृक्ष के नीचे सूर्योदय से पहले सरसों तेल का दीपक जलाएं और कच्चा दूध और धूप अर्पित करें.  ऐसा करन से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. 


शनिवार के दिन पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाकर हनुमान, भैरव और शनि चालीसा का पाठ करने से शनि की ढैय्या का अशुभ प्रभाव कम होता है. शनि देव के सामने हमेशा सरसों के तेल का दीपक जलाएं और 11 बार ओम शं शनैश्चरायः नमः का जाप करें. इससे शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)