Dussehra: मनचाहा फल पाने के लिए दशहरा पर जरूर करें ये उपाय, गाड़ सकेंगे करियर में झंडे
Dussehra in 2023: दशहरा का महत्व मनचाहे फल को प्राप्त करने के लिए भी होता है. दशहरा के मौके पर आप नीचे बताए उपाय करने करेंगे तो आपको मनचाहे फल की प्राप्ति होगी.
Vijayadashami 2023: दशहरा का पर्व इस साल 24 अक्टूबर 2023 दिन मंगलवार को मनाया जाएगा. यूं तो यह त्योहार अन्याय पर न्याय की विजय के प्रतीक रूप में मनाते हैं. रावण का पुतला फूंका जाता है. दशहरा का महत्व मनचाहे फल को प्राप्त करने के लिए भी होता है. दशहरा के मौके पर आप नीचे बताए उपाय करने करेंगे तो आपको मनचाहे फल की प्राप्ति होगी. शत्रुओं पर विजय के साथ ही विद्यार्थी अपने करियर के झंडे गाड़ सकेंगे. आइए जानते हैं वह कौन से उपाय हैं.
विद्यार्थी
दशहरा के दिन विद्यार्थी लाल रंग की पताका घर पर बनाएं या फिर बाजार से बनी बनाई खरीद कर ले आएं और किसी हनुमान मंदिर में जाकर स्वयं ही लगा दें अथवा वहां के किसी सेवादार के माध्यम से लगवा दें. बस इतना करते ही पढ़ाई के क्षेत्र में आने वाली बाधाएं दूर हो जाएंगी और आप अपने करियर के झंडे गाड़ सकेंगे. इस उपाय को करते ही आपको सफलता मिलने से कोई नहीं रोक सकेगा. यह उपाय आप नवमी अथवा दशमी किसी भी दिन कर सकते हैं.
चंद्रमा
यदि आप मानसिक रूप से अप्रसन्न रहते हैं, बार बार डिप्रेसिव टेंडेंसी हावी हो जाती है और जीवन को लेकर हताशा का भाव है अथवा किसी तरह का अज्ञात भय हो तो दशहरा से लेकर शरद पूर्णिमा तक रोज रात में चंद्र दर्शन करें और उसकी ज्योत्सना प्राप्त करें. ज्योत्सना अर्थात चांद की रोशनी. इस रोशनी में पांच-दस मिनट रोज बैठें और चंद्रमा से अपने मन की बात कहें, आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी.
दर्शन
दशहरा के दिन सुबह उठते ही नीलकंठ पक्षी और मछली के दर्शन करने चाहिए. ग्रामीण क्षेत्रों में तो नीलकंठ के दर्शन आसानी से हो जाते हैं किंतु शहरों में यह कम संभव है. अब कुछ लोग नीलकंठ को लेकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में दर्शन कराने के लिए आते हैं. यदि प्रत्यक्ष दर्शन नहीं संभव है तो मोबाइल पर नीलकंठ की फोटो गूगल पर पहले से ही निकाल कर सेव कर लें और फिर दशहरा वाले दिन अपने मित्रों रिश्तेदारों को नीलकंठ की फोटो के साथ शुभ दशहरा या गुड मॉर्निंग भेजें. इसी तरह मछली के दर्शन का बड़ा महत्व है, अभी भी कई शहरों और गांवों में लोग घर के बाहर आकर कुंडी खटखटाते हैं कि बाहर आकर शकुन देख लें, शकुन दर्शन के बदले उन्हें दक्षिणा दी जाती है.