Second Hand Cars: भारत में नई गाड़ियों के बराबर ही बिक्री पुरानी कारों की भी होती है. बड़ी संख्या में लोग अपनी पहली कार के रूप में सेकेंड हैंड ऑप्शन को चुनते हैं. हालांकि अपने लिए एक सही कार की तलाश करना काफी मुश्किल काम है. अगर आप भी एक सेकेंड हैंड गाड़ी की तलाश कर रहे हैं, तो हाल ही में आई एक रिपोर्ट आपको जरूर पढ़नी चाहिए. दरअसल, इंडियन ब्लू बुक (IBB) के लेटेस्ट एडिशन में यूज्ड कार मार्केट को लेकर काफी आंकड़े जारी किए गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पहली बार सेकेंड हैंड कार खरीदने वाले अधिकतर ग्राहक (करीब 60 फीसदी) हैचबैक कार को लेना पसंद करते हैं. 


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दूसरे नंबर पर एसयूवी गाड़ियां
पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले एसयूवी गाड़ियों की उपलब्धता बढ़ने की वजह से यह भी एक पॉपुलर विकल्प बनती जा रही हैं. हैचबैक के बाद दूसरे नंबर पर रही सेकेंड हैंड एसयूवी कारों ने कुल बिक्री का 26 फीसदी हिस्सा हासिल किया है. जबकि सेडान कार सबसे कम पसंद की गईं और भारत के सेकेंड हैंड कार मार्केट में इनकी हिस्सेदारी सिर्फ 15 फीसदी रही है. पिछले वित्तीय वर्ष में, बड़े पैमाने पर मिड-प्रीमियम कारों की खरीदारी में भी तेजी देखी गई है.


हैचबैक कारों को खरीदने का फायदा
दरअसल, हैचबैक कारों को खरीदने का सबसे बड़ा फायदा है कि यह कीमत में बाकी सेगमेंट की गाड़ियों से सस्ती होती हैं. दूसरा फायदा यह है कि हैचबैक कारों का साइज बहुत बड़ा नहीं होता, जिसके चलते कार सीख रहे या पहली बार कार खरीदने वाले ग्राहकों को इसे चलाने में ज्यादा परेशानी नहीं होती. 


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