Bike Mileage Tips: अगर आप एक कार ओनर हैं तो आपने देखा होगा कि सर्दियों के मौसम में कार का माइलेज कम हो जाता है. जैसे-जैसे सर्दियां बढ़ती हैं वैसे-वैसे माइलेज कम होने लगता है. हालांकि इसके पीछे के कारण की जानकारी आपको नहीं होगी. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे माइलेज को बढ़ाया जा सकता है.


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1. इंजन का ठंडा होना:


ठंडे मौसम में इंजन को गर्म होने में ज्यादा समय लगता है। जब तक इंजन अपनी ऑपरेटिंग टेम्परेचर तक नहीं पहुंचता, तब तक वह अधिक ईंधन जलाता है.
ठंडा इंजन ईंधन को कुशलता से जलाने में असमर्थ होता है, जिससे माइलेज कम हो जाता है.


2. घने इंजन ऑयल का प्रभाव:


ठंड में इंजन ऑयल मोटा हो जाता है, जिससे इंजन के मूविंग पार्ट्स पर अधिक घर्षण होता है.
इस अतिरिक्त घर्षण को कम करने के लिए अधिक ईंधन खर्च होता है.


3. टायर प्रेशर में कमी:


ठंडे मौसम में टायर का हवा दबाव (टायर प्रेशर) कम हो जाता है.
कम हवा वाले टायरों में रोलिंग रेजिस्टेंस बढ़ जाता है, जिससे इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, और माइलेज घट जाता है.


4. एयर-फ्यूल मिक्सचर का असर:


ठंड के कारण हवा का घनत्व बढ़ जाता है, और इंजन को सही एयर-फ्यूल मिक्सचर बनाए रखने के लिए अधिक ईंधन की आवश्यकता होती है.


5. बैटरी पर अतिरिक्त लोड:


सर्दियों में बैटरी पर अधिक लोड पड़ता है क्योंकि इसे ठंड में अधिक ऊर्जा चाहिए.
इसके अलावा, डिफ्रॉस्टर, हीटर और अन्य इलेक्ट्रिकल एक्सेसरीज का इस्तेमाल भी ईंधन की खपत बढ़ा देता है.


6. शॉर्ट ड्राइव्स का प्रभाव:


ठंड में लोग लंबे समय तक गाड़ी चलाने के बजाय छोटी दूरी के लिए गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं.
शॉर्ट ड्राइव्स में इंजन पूरी तरह गर्म नहीं होता, जिससे माइलेज पर असर पड़ता है.


सर्दियों में माइलेज बढ़ाने के उपाय:


इंजन को पहले से गर्म करें:


गाड़ी चलाने से पहले इंजन को कुछ समय के लिए चालू रखें, ताकि वह ऑपरेटिंग टेम्परेचर तक पहुंच जाए.
लेकिन बहुत ज्यादा समय तक गाड़ी को स्टार्ट रखकर ईंधन बर्बाद न करें.


टायर प्रेशर चेक करें:


नियमित रूप से टायर प्रेशर की जांच करें और इसे सही स्तर पर बनाए रखें.


लो-विस्कोसिटी इंजन ऑयल का उपयोग करें:


ठंडे मौसम के लिए उपयुक्त इंजन ऑयल का इस्तेमाल करें, जो कम तापमान पर भी चिकना बना रहता है.


फ्यूल-एफीशिएंट ड्राइविंग अपनाएं:


धीरे-धीरे गति बढ़ाएं और हार्ड ब्रेकिंग से बचें.
क्रूज़ कंट्रोल का उपयोग करें जहां संभव हो.


गाड़ी के वजन को कम करें:


गाड़ी में अतिरिक्त सामान न रखें, क्योंकि भारी वजन माइलेज पर असर डालता है.


डिफ्रॉस्टर और हीटर का सीमित उपयोग करें:


जब तक जरूरत न हो, इनका इस्तेमाल कम करें.