आईलवयू फेम कुलदीप राघव की नई किताब `इश्क मुबारक` रिलीज, Amazon पर बनी बेस्टसेलर
जिस तरीके से इस पुस्तक में मीर, साहिबा और वंदना के किरदारों को उकेरा गया है और नीमराना से लेकर मुरथल जैसी जगह को जोड़ा गया है, वो सब इसे जीवन्तता प्रदान करती हैं.
नई दिल्ली: 'आईलवयू' जैसी किताब लिखकर लोकप्रियता बटोरने वाले लेखक कुलदीप राघव इन दिनों अपनी नई किताब 'इश्क मुबारक' को लेकर चर्चा में हैं. यह किताब नए साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी 2020 को रिलीज हुई है. वहीं, रितीज होने के दूसरे ही दिन यह अमेजन पर सर्वाधिक बिकने वाली हिंदी किताब बन गई है. अमेजन पर कई श्रेणियों में इश्क मुबारक शीर्ष स्थान पर पहुंच गई है. इस कहानी की भूमिका जाने माने गीतकार और बाहुबली 2 जैसी ब्लॉकबस्टर मूवी के डायलॉग लिखने वाले मनोज मुंतशिर ने लिखी है. बेस्टसेलर किताब ‘आईलवयू’ के लेखक के रूप में पहचान बनाने वाले कुलदीप युवा और लोकप्रिय कहानीकार हैं और युवाओं के बीच खासा चर्चित हैं. इस किताब को रेडग्रैब बुक्स, इलाहाबाद ने प्रकाशित किया है.
ऐसी है कहानी
इश्क़ मुबारक, मेरठ के करीब एक छोटे से गांव के रहने वाले और गरीबी में पले-बढ़े मीर की ज़िन्दगी की दास्तान है. बचपन में पिता का निधन और फिर जवानी में मां का साया उठ जाने के बाद, तमाम पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को पार कर मीर रॉकस्टार बनने के सपने को पूरा करता है. इस सफ़र में ज़िन्दगी कई मोड़ लेती है. ये मोड़ पहले तो सुखद अहसास कराते हैं और बाद में ऐसी स्थिति पैदा करते हैं, जब वह ख़ुद को शून्य पर खड़ा महसूस करता है. इश्क़ मुबारक, एक सहज प्रेमकथा होते हुए भी आज के समाज को सीख देने वाला उपन्यास है. आज समाज में चाहे या अनचाहे जो कुछ हो रहा है, इश्क़ मुबारक उसे उजागर कर एक सबक़ देने का काम करती है. सब कुछ होते हुए भी 'कुछ और' पाने का इरादा किस तरह तीन जिंदगियों को बर्बाद करता है... इश्क़ मुबारक उपन्यास आपको उसी नतीजे को दिखाएगा.
जिस तरीके से इस पुस्तक में मीर, साहिबा और वंदना के किरदारों को उकेरा गया है और नीमराना से लेकर मुरथल जैसी जगह को जोड़ा गया है, वो सब इसे जीवन्तता प्रदान करती हैं. एक बार कहीं भी नहीं लगता कि लेखक ने कल्पनाओं के आधार पर पात्रों को गढ़ा है. सब ऐसा लगता है कि सब सत्य और जीवंत है. इसमें शब्दों की सुंदरता, क्रमबद्धता बेजोड़ है.
लेखक का परिचय
उत्तर प्रदेश के खुर्जा में जन्मे, बायोटेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन और जर्नलिज्म में पोस्ट ग्रेजुएशन. एंकरिंग, स्पीच और डिबेट कॉम्पटीशंस में कई पुरस्कार जीत चुके हैं. साथ ही पूर्व राष्ट्रपति दिवगंत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से सम्मानित हो चुके हैं. पहली किताब 'नरेंद्र मोदी-एक शोध' के लिए 'शिवकुमार गोयल पत्रकारिता पुरस्कार' और 'मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता पुरस्कार' प्राप्त कर चुके हैं. वहीं 'आईलवयू' के लिए 'इंस्पायरिंग आथर्स ऑफ इंडिया' अवॉर्ड से कोलकाता में सम्मानित किए जा चुके हैं. इनकी किताबें 'आईलवयू' और 'इश्क़ मुबारक' जल्द सुनहरे पर्दे पर नज़र आएंगी.