Ansuman Bhagat की किताब कोरोना महामारी के दौर में बढ़ा रही पॉजिटिविटी
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Ansuman Bhagat की किताब कोरोना महामारी के दौर में बढ़ा रही पॉजिटिविटी

कोरोना महामारी में भी युवा लेखक अंशुमन भगत (Ansuman Bhagat) की किताब, बच्चों एवं बड़े हर वर्ग के लोगों के लिए सकारात्मक रूप से मनोबल बढ़ा रहा.

Ansuman Bhagat की किताब कोरोना महामारी के दौर में बढ़ा रही पॉजिटिविटी

नई दिल्ली: इस कोरोना काल ने देश के बहुत से छुपे प्रतिभाशाली चेहरों को सामने लाया, जो समाज के लिए कुछ बेहतर प्रयास करने में जुटे हुए है. कोरोना कहर के डर से आज लोग अपने अपने घरों में रहने पर मजबूर हो गए हैं ऐसे में तमाम लोग अपने अपने तरीके से घर पर जीने की कला सीख रहे हैं. बंद कमरे में भी रहकर लोग अपने अंदर की कला को फूट-फूट कर बाहर निकाल रहे हैं कोई कहानी लिख रहा है तो कोई कविताएं. उनमें से युवा लेखक अंशुमन भगत (Ansuman Bhagat) हैं. जो अपने लेखन के माध्यम से लोगो में अच्छे सुविचार तथा सकारात्मकता जैसी भावनाओं का गान करवाते हैं. जिससे सभी क्षेत्र के लोगों के लिए और खास तौर पर आज की युवा पीढ़ी के लिए काफी मददगार होता है. 

अंशुमन भगत (Ansuman Bhagat) अपने सरल शब्दों से कुछ ऐसा विचार लिखते हैं जो सीधा लोगों को आत्मनिर्भर होने के लिए, सोचने पर मजबूर कर देता. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कुछ बातें ऐसी होती है जिन्हें हम बोल नहीं सकते लेकिन जब हम उन्हें लिखकर किसी को बयां करते हैं तो वह काफी कुछ बता जाता है और काफी कारगर साबित भी होता है. अंशुमन भगत एक प्रेरणादायक लेखक है जिन्होंने ऐसी कई विचारों को लिखा है जो लोगों का मनोबाल तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सहायक है, अंशुमन खुद युवा होने के साथ-साथ अपनी उम्र के युवाओं को कई ऐसी पहल का सुझाव देते हैं जिससे कि उनको इससे सहायता मिलती है. 

अंशुमन भगत ने इस कोरोना काल के दौरान घर में रहकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था, जिसमें प्रधानमंत्री को कोरोना काल में सही प्रबंधन तथा लोगों में सकारात्मक मनोबल समेत कई बिंदुओं पर अपना सुझाव दिया. ताकि लोगो में फैल रहे हताश को कम किया जा सके.
 
उनकी किताब 'योर ओन थॉट' को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास जी से भी सराहना मिल चुकी है. उनका कहना है कि अंशुमन द्वारा लिखी गई किताब से व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक भाव के साथ अपने जीवन को एक नया रूप दे सकता है यह एक सार्थक प्रयास है की इस किताब के माध्यम से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी. इसके अलावा अंशुमन की किताब और उनके लिखने के अंदाज को विदेश के लोग भी पसंद कर रहे है. हाल ही में अंशुमन भगत को लेखन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का खिताब मिला है यह गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स तथा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की तरह भारत में प्रसिद्ध भारत की चौथी बड़ी कंपनी है.

अंशुमन भगत को उनके इस छोटे से उम्र में साहित्य पर योगदान और दूसरे युवाओं के लिए प्रेरणा बनने के लिए ओएमजी बुक्स ऑफ रिकॉर्ड ने उन्हें उनकी किताब (योर ओन थॉट) तथा (बेस्ट इंस्पिरेशनल कोट्स) के लिए "इंडियाज मोस्ट पॉपुलर यंग फेस इन द राइटिंग वर्ल्ड इन 2021" पुरस्कृत किया है. ओएमजी बुक्स ऑफ रिकॉर्ड उन्हीं लोगों को रिकॉर्ड से पुरस्कृत करती है जिन्होंने कुछ नया और भारत तथा भारत के जनता के लिए कोई मिसाल कायम करने वाली चीजें की हो. 

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