मुंबई: वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज (Jet Airways) ने मंगलवार को कहा कि उसे पट्टा किराये का भुगतान नहीं होने की वजह से अपने चार और विमान खड़े करने पड़े हैं. इसके साथ ही नकदी संकट और उसके द्वारा पट्टा किराये का भुगतान नहीं करने की वजह से परिचालन से हटाए गए विमानों की संख्या 32 हो गई है. 


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शेयर बाजारों को भेजी सूचना में एयरलाइन ने कहा, ‘‘लीज पर विमान देने वालो को पट्टा करार के तहत भुगतान नहीं कर पाने की वजह से हमें चार और विमान खड़े करने पड़े हैं.’’इससे पहले जेट एयरवेज के चेयरमैन ने एयरलाइन की इक्विटी भागीदार एतिहाद एयरवेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोनी डगलस को पिछले सप्ताह भेजे पत्र में कहा था कि 50 प्रतिशत से अधिक विमान खड़े करने पड़े हैं. 


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इस बीच ऐसी खबर आई थी कि Etihad Airways 1600-1900 करोड़ रुपये निवेश करने के लिए तैयार है. हालांकि, इसके बदले नरेश गोयल को कंपनी के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है. लेकिन, वे दो नाम प्रस्तावित कर सकते हैं. वर्तमान में जेट एयरवेज में एतिहाद की हिस्सेदारी करीब 24 फीसदी है. अगर कंपनी और निवेश करती है तो इसकी हिस्सेदारी 24.9 फीसदी हो जाएगी.