5G Speed: देश में अब 5जी नेटवर्क की तैयारी है. 5जी के इस्तेमाल से नेटवर्क की स्पीड में इजाफा होगा और डाउनलोडिंग भी पहले से बेहतर होगी. हालांकि टेलीकॉम कंपनियों ने निजी उपयोग वाले नेटवर्क पर चिंता जताई है. टेलीकॉम कंपनियों ने 5जी नीलामी को लेकर सोमवार को आयोजित बोली पूर्व सम्मेलन में निजी उपयोग वाले नेटवर्क (कैप्टिव) को लेकर तकनीकी सवाल उठाए और चिंता जताई.


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उठाए गए कई मुद्दे
सूत्रों ने बताया कि दूरसंचार विभाग की तरफ से आयोजित बोली पूर्व सम्मेलन में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया जैसी टेलीकॉम कंपनियां ने भाग लिया. उन्होंने बताया कि इस बैठक में टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से उठाए गए प्रमुख मुद्दों में से एक निजी उपयोग वाले नेटवर्क से संबंधित है. 


स्पष्टता मांगी
इन कंपनियों ने नेटवर्क क्रियान्वयन दायित्वों से संबंधित मामलों और स्पेक्ट्रम आरक्षित करने के तरीके पर भी अधिक स्पष्टता मांगी है. रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के देशभर में 114 करोड़ ग्राहक है. ये कंपनियां अब 5जी सेवाएं शुरू करने में जुटी हुई हैं.


नीलामी को मंजूरी
केंद्र सरकार ने 5जी की टेलीकॉम सेवाओं के लिए 4.3 लाख करोड़ रुपये की स्पेक्ट्रम नीलामी को मंजूरी दे दी है. यह नीलामी 26 जुलाई, 2022 को शुरू होगी. इसके साथ ही बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा अपने खुद के इस्तेमाल के लिए 5जी नेटवर्क की स्थापना को भी मंजूरी दी गई है.


(इनपुट- भाषा)


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