Online AC Price: उत्पाद निर्माताओं का कहना है कि इस बदलाव के कारण उत्पादन की उच्च लागत होगी और कीमतों में 7-10% का इजाफा होगा.
Trending Photos
AC Price in India: गर्मी के कारण लोग काफी परेशान हैं. वहीं गर्मी से निजात पाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय भी करते हैं. गर्मी से छुटकारा पाने के लिए लोग एसी को काफी तवज्जो देते हैं. साथ ही गर्मी में रेफ्रिजरेटर की खपत भी काफी बढ़ जाती है. हालांकि अब एसी-रेफ्रिजरेटर की कीमतों में इजाफा होने वाला है. अगले महीने से रेफ्रिजरेटर और एसी के दामों में बढ़ोतरी संभव है.
कड़ी होगी रेटिंग
इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एसी के लिए ऊर्जा रेटिंग नियम अगले महीने से बदलने वाले हैं, जिससे स्टार रेटिंग को एक स्तर तक कड़ा कर दिया जाएगा, जिससे मौजूदा उत्पाद लाइनें एक स्टार कम हो जाएंगी. इसका मतलब है कि अगर आपने इस गर्मी में 5-स्टार एसी खरीदा है तो वो अगले महीने से 4-स्टार बन जाएगा. इसके साथ ही 5-स्टार मॉडल एसी के लिए बहुत अधिक ऊर्जा दक्षता दिशानिर्देशों का पालन करना होगा.
उत्पादन लागत में होगा इजाफा
वहीं इसके कारण उत्पादन लागत में भी बढ़ोतरी होगी. उत्पाद निर्माताओं का कहना है कि इस बदलाव के कारण उत्पादन की उच्च लागत होगी और कीमतों में 7-10% का इजाफा होगा. वहीं इसके बाद अगले साल जनवरी से रेफ्रिजरेटर के लिए ऊर्जा मानदंडों को कड़ा किया जा सकता है. कंपनियों ने कहा कि दिशानिर्देशों में बदलाव से लागत में इजाफा होगा. इसके कारण 4-स्टार और 5-स्टार जैसे उच्च ऊर्जा रेटिंग वाले रेफ्रिजरेटर का निर्माण करना मुश्किल हो जाएगा.
ऊर्जा दक्षता में सुधार
गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनेस हेड कमल नंदी का कहना है, 'नए ऊर्जा-रेटिंग मानदंड एयर-कंडीशनर की ऊर्जा दक्षता में लगभग 20% तक सुधार करेंगे, जो कि ज्यादा पावर लेने वाले उत्पाद को देखते हुए आवश्यक है. वहीं पुराने स्टॉक को खत्म करने के लिए छह महीने का वक्त है. वहीं अब जो भी नए निर्माण होंगे वो नए ऊर्जा लेबल के अनुसार होंगे.'
इसलिए हुई देरी
बता दें कि एसी के लिए ऊर्जा रेटिंग मानदंड जनवरी 2022 में बदलने के लिए निर्धारित थे. हालांकि निर्माताओं ने नोडल निकाय, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो से छह महीने की देरी करने का अनुरोध किया था ताकि वे पिछले दो साल के स्टॉक को खत्म कर सकें जो कि कोविड लॉकडाउन के कारण बिक नहीं पाए थे. वहीं एसी के लिए रेटिंग मानदंडों में अगला बदलाव 2025 में होगा.
इतनी बढ़ सकती है लागत
जानकारों का कहना है कि नए रेटिंग के कारण कच्चे माल की लागत लगभग 2,000-2,500 रुपये प्रति यूनिट बढ़ जाएगी. उत्पाद की कीमत बढ़ जाएगी, लेकिन ग्राहकों को एक बढ़िया उत्पाद मिलेगा. बता दें कि लोग आजकल इन्वर्टर एसी को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं. 2019 में 45-50% की तुलना में अब इन्वर्टर एसी का बाजार में 80-85% हिस्सा है.