Cement Price: कारोबारी गौतम अडाणी लगातार अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं. हाल ही में गौतम अडाणी ने सीमेंट कारोबार में भी एंट्री की थी. वहीं अब गौतम अडाणी के बेटे करण सीमेंट कंपनियों की कमान संभालेंगे. अडाणी समूह ने अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड के अधिग्रहण को पूरा कर लिया है. इसके साथ ही समूह देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बन गया है. अडाणी समूह का कारोबार बंदरगाह और ऊर्जा से लेकर हवाईअड्डा और दूरसंचार तक फैला है और अब इसमें सीमेंट भी जुड़ गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अधिग्रहण की घोषणा


अडाणी ग्रुप ने 6.5 अरब डॉलर में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी के अधिग्रहण की घोषणा की. सौदे में होल्सिम की अंबुजा और एसीसी में हिस्सेदारी के अधिग्रहण के साथ शेयरधारकों के लिए खुली पेशकश शामिल है. अडाणी के जरिए अधिग्रहण के तुंरत बाद दोनों सीमेंट कंपनियों ने मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (CEO) और मुख्य वित्त अधिकारियों (CFO) समेत इन कंपनियों के निदेशक मंडल ने इस्तीफे की घोषणा की है. समूह ने अपने संस्थापक चेयरमैन गौतम अडाणी को अंबुजा सीमेंट्स का प्रमुख नामित किया है.


बेटे को कमान


उनके बेटे करण सीमेंट कारोबार की जिम्मेदारी संभालेंगे. फिलहाल वह समूह के बंदरगाह कारोबार को देखेंगे. उन्हें दोनों कंपनियों में बतौर निदेशक और एसीसी लिमिटेड में चेयरमैन पद के लिए नामित किया गया है. अडाणी समूह ने दोनों कंपनियों के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशकों को भी नामित कर दिया है. इनमें अंबुजा सीमेंट्स बोर्ड में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार और एसीसी बोर्ड में शेल इंडिया के पूर्व प्रमुख नितिन शुक्ला शामिल हैं. समूह ने नीरज अखौरी के स्थान पर अजय कुमार को अंबुजा सीमेंट्स का सीईओ बनाया है.


20,000 करोड़ रुपये की पूंजी


श्रीधर बालकृष्णन एसीसी के सीईओ होंगे. पैंतीस साल के करण ने अमेरिका के पुड्रर्यू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की है. वह फिलहाल अडाणी पोर्ट्स और एसईजेड लिमिटेड की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति 60 वर्षीय गौतम अडाणी के दो बेटे करण और जीत हैं. छोटे पुत्र जीत ने पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड एप्लॉयड साइंसेज से स्नातक की डिग्री ली है. वह समूह में वित्त मामलों के उपाध्यक्ष हैं. अंबुजा सीमेंट्स के नये निदेशक मंडल ने तरजीही आधार पर वॉरंट आवंटन के जरिये कंपनी को गति देने के लिये 20,000 करोड़ रुपये की पूंजी डाले जाने को मंजूरी दी है.


सबसे बड़ा अधिग्रहण


यह अडाणी का सबसे बड़ा अधिग्रहण है.साथ ही यह देश के बुनियादी ढांचा और सामाग्री खंड में अबतक का सबसे बड़ा विलय एवं अधिग्रहण सौदा है. बयान के अनुसार, अडाणी परिवार ने अपने विशेष उद्देश्यीय इकाई एंडेवर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के जरिये स्विस कंपनी होल्सिम के साथ सौदा और खुली पेशकश प्रक्रिया पूरी करने के साथ अधिग्रहण पूरा कर लिया है. इस सौदे के पूरा होने के बाद अडाणी की अंबुजा सीमेंट्स में 63.15 प्रतिशत और एसीसी में 56.69 प्रतिशत हिस्सेदारी (अंबुजा सीमेंट्स के जरिये 50.05 प्रतिशत हिस्सेदारी) होगी. अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड का बाजार पूंजीकरण अभी 19 अरब डॉलर है. बयान के अनुसार, ‘‘सौदे के वित्तपोषण के तहत 4.50 अरब डॉलर का कर्ज 14 अंतरराष्ट्रीय बैंकों से लिया गया हैं.


सीमेंट क्षेत्र में वृद्धि की गुंजाइश


इसमें बार्कलेज बैंक और डॉयचे बैंक एजी शामिल हैं. अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा, ‘‘भारत में सीमेंट क्षेत्र में वृद्धि की काफी गुंजाइश है और यह 2050 के बाद अन्य सभी देशों से आगे निकल जाएगा. यह इसे आकर्षक कारोबार बनाता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘... हम दुनिया में सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों में से एक हैं. इससे हमें बेहतर गुणवत्ता वाले हरित सीमेंट के उत्पादन में मदद मिलेगी जो संसाधनों के साथ अनुकूलतम उपयोग वाली अर्थव्यवस्था (सर्कुलर एकोनॉमी) के सिद्धांत के अनुरूप है. इस सबके साथ हम 2030 तक सबसे बड़े और सबसे दक्ष सीमेंट विनिर्माता होंगे.’’ उल्लेखनीय है कि अडाणी समूह ने होल्सिम लि. की भारत में इकाइयों में नियंत्रणकारी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के सौदे की घोषणा की थी. फिलहाल अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी की संयुक्त रूप से स्थापित क्षमता 6.75 करोड़ टन सालाना है. वहीं आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट 11.99 करोड़ टन की स्थापित क्षमता के साथ क्षेत्र में अगुवा है. (इनपुट: भाषा)


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर