Air India Technicians Strike: व‍िस्‍तारा के पायलटों के सामूह‍िक रूप से छुट्टी पर जाने के बाद एयरलाइन की तरफ से रोजाना 25 से 30 फ्लाइट में कटौती की गई है. अब व‍िस्‍तारा के बाद टाटा ग्रुप के स्‍वाम‍ित्‍व वाली एयर इंडिया को इस महीने के अंत में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. एयर इंड‍िया के एयरक्रॉफ्ट टेक्‍न‍िश‍ियल हड़ताल पर जाने का प्‍लान कर रहे हैं. यह सब इसलिये हो रहा है क्‍योंक‍ि प‍िछले द‍िनों विस्तारा के साथ मर्जर के दौरान पायलटों ने ज्यादा काम और कम तनख्वाह की बात कही थी.


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23 अप्रैल को हड़ताल पर जाने की तैयारी


एयर इंडिया से जुड़ी हुई सरकारी कंपनी एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड के कर्मचारी 23 अप्रैल को हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. कर्मचार‍ियों का कहना है कि उनकी तनख्वाह और प्रमोशन के मौके कम हैं. इस कारण उनका अच्छा रहन-सहन और आगे बढ़ पाना मुश्किल हो रहा है. ऑल इंडिया एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग यूनियन ने इस बारे में 8 अप्रैल को सीईओ को पत्र भी ल‍िखा है. एयर इंडिया की तरफ से बताया गया क‍ि पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है.


तेजी से बढ़ते एव‍िएशन सेक्‍टर के ल‍िए खतरा
हवाई जहाज से जुड़े कर्मचारियों का हड़ताल की बात कहना तेजी से बढ़ते एव‍िएशन सेक्‍टर के ल‍िए खतरा है. पायलट और विमान की मरम्मत करने वाले कर्मचारी देश के हवाई जहाजों की संख्या बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं. प‍िछले द‍िनों इंडिगो, एयर इंडिया और आकासा जैसी कंपनियों ने 1100 से ज्यादा नए विमान खरीदने का ऐलान क‍िया है. एयर इंडिया के इंजीन‍ियर्स की तरफ से हड़ताल की धमकी द‍िये जाने से भारत के एव‍िएशन इंडस्‍ट्री की परेशान‍ियां और बढ़ सकती हैं.


पायलटों ने भी सैलरी को लेकर प्रदर्शन किया
पिछले हफ्ते विस्तारा एयरलाइन्स के पायलटों ने भी सैलरी को लेकर प्रदर्शन किया था. इसके बाद कई फ्लाइट्स कैंसिल हो गई थीं. आपको बता दें विस्तारा, टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस का ज्‍वाइंट वेंचर है. इस समय व‍िस्‍तारा की रोजाना 25 से 30 फ्लाइट्स कैंसिल की जा रही हैं. एयर इंडिया के इंजीन‍ियर्स को प्रमोशन नहीं म‍िलने से वो परेशान हैं. उनके यूनियन के लैटर के अनुसार पिछले सात साल में एक भी तरक्की नहीं हुई है.


गौर करने वाली बात यह है क‍ि एयर इंडिया इंजीनियरिंग ड‍िपार्टमेंट का मुख्य ग्राहक एयर इंडिया ही है. एयर इंडिया की मैनेजमेंट ने वादा किया था कि कम से कम दो साल काम करने वाले टेक्नीशियनों की तनख्वाह में बढ़ोतरी होगी. लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. साथ ही, 75% कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं और उन्हें लगता है कि कंपनी उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है. उन्हें तो परमानेंट कर्मचारियों से कम फायदे मिलते हैं, ऊपर से उन्हें नौकरी छोड़ने से पहले ज्यादा समय का नोटिस भी देना पड़ता है.