Air India Flight: एयर इंडिया और उनके पायलट्स को लेकर काफी वक्त से विवाद देखने को मिल रहा है. यह विवाद पेमेंट स्ट्रक्चर को लेकर दिखा है. इस बीच अब एयर इंडिया की तरफ से इस मुद्दे पर अहम जानकारी निकलकर सामने आई है. दरअसल, एयर इंडिया ने अपने पायलट्स को संशोधित मुआवजा ढांचा स्वीकार करने के लिए और समय दिया है. एक सूत्र ने यह जानकारी दी. हालांकि, इस ढांचे का दो पायलट यूनियनों ने विरोध किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एयर इंडिया
जिन पायलटों ने अभी तक नए अनुबंधों पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं, उन्हें अधिक वक्त देने का फैसला किया गया है. ऐसा एयर इंडिया के जरिए कई पायलटों के साथ उनकी चिंताओं पर चर्चा करने के बाद किया गया. सूत्र ने कहा कि एयरलाइन ने नए अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने के लिए इस सप्ताह के अंत तक का समय दिया है. समय सीमा बढ़ाने पर एयर इंडिया की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई.


टाउन हॉल
इससे पहले नए अनुबंधों को स्वीकार करने की समय सीमा 30 अप्रैल को खत्म हो गई थी. समय सीमा बढ़ाने का फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब संकटग्रस्त गो फर्स्ट ने उड़ान बंद कर दी है और इसका भविष्य अनिश्चित बना हुआ है. ऐसे में इसके पायलट कहीं और नौकरी के अवसर तलाश रहे हैं. सूत्र ने कहा कि लगभग 800 पायलट, जिन्होंने नए ढांचे को स्वीकार नहीं किया था, वे चार मई को टाउन हॉल में शामिल हुए. इसे एयर इंडिया के परिचालन प्रमुख कैप्टन राजविंदर सिंह संधू ने संबोधित किया.


सुलझाया जा सकता है मुद्दा
इस बैठक में शामिल एक पायलट ने कहा कि संधू ने भरोसा दिया था कि सभी मुद्दों को सुलझाया जा सकता है और संशोधित अनुबंधों के किसी भी खंड का दुरुपयोग नहीं किया जाएगा. वहीं एयर इंडिया की तरफ से अब इस मुद्दे पर लोगों को और समय दिया गया है.


जरूर पढ़ें:                                                                             


सिर्फ रजिस्ट्री कराने से नहीं बनते प्रॉपर्टी के मालिक, ये एक गलतफहमी अभी कर लें दूर NSE ने न‍िवेशकों को चेताया, यहां न‍िवेश करने वाले हो जाएंगे 'कंगाल'; आज ही न‍िकाल लें पैसा