Scotch whisky market: स्कॉच व्हिस्की और महंगी शराब पीने में भारतीयों ने चीन और अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के अमीर लोगों की पहली पसंद होने की वजह से महंगी खराब की बिक्री बढ़ी है. 


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स्विट्जरलैंड की शोध संस्थान मोंट्रेक्स के अनुसार, भारत में स्कॉच व्हिस्की और बढ़िया वाइन की बिक्री में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अमेरिका और चीन की खपत में वृद्धि की दर से भी अधिक है. ज्यूरिख स्थित लग्जरी ब्रांड के विशेषज्ञ साइमन जोसफ का कहना है कि एक उपश्रेणी जहां भारत चीन से आगे निकल गया है और पांच साल की सालाना दर में अमेरिका की तुलना में दोगुनी दर से बढ़ रहा है, वह है स्कॉच लग्जरी व्हिस्की. 


भारत में स्कॉच व्हिस्की का निर्यात 66 प्रतिशत सालाना बढ़ोतरी


ग्लियन इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के शोधकर्ता जोसफ ने कहा कि विभिन्न डेटा पूर्वानुमानों के अनुसार, लग्जरी स्कॉच व्हिस्की बाजार भी 2024 के अंत तक 16 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ रहा है. जोसफ ने ब्रिटेन स्थित स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन (एसडब्ल्यूए) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि भारत में स्कॉच व्हिस्की का निर्यात 2022 तक 66 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ा है, जो अमेरिका, चीन और अन्य महत्वपूर्ण बाजारों से आगे है. 


16.7 करोड़ बोतल स्कॉच व्हिस्की गटक गए इंडियन


ब्रिटेन स्थित एसडब्ल्यूए के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में भारत को 16.7 करोड़ बोतल के बराबर निर्यात किया गया, जो 2019 से 27 प्रतिशत अधिक है. जोसफ ने आगे कहा कि मूल्य के मामले में अमेरिका अब भी स्कॉच व्हिस्की की खपत में सबसे आगे है. लेकिन मात्रा के मामले में भारत अब सबसे बड़ा उपभोक्ता है, जो फ्रांस से थोड़ा आगे है. स्कॉटलैंड स्कॉच व्हिस्की का सबसे बड़ा निर्यातक बना हुआ है.