Repo Rate Hike: र‍िजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) की तरफ से बुधवार को रेपो रेट में 25 बेस‍िस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी की गई है. इस बढ़ोतरी के साथ ही रेपो रेट 6.25 प्रत‍िशत से बढ़कर 6.5 प्रत‍िशत पर पहुंच गया है. महंगाई को काबू में करने के ल‍िए केंद्रीय बैंक मई 2022 से लेकर अब तक छह बार रेपो रेट में इजाफा कर चुका है. आरबीआई गवर्नर की तरफ से बुधवार को आने वाले समय में नरमी का रुख अपनाने का संकेत द‍िया गया. लेक‍िन जानकारों का मानना है कि रेपो रेट में बढ़ोतरी के रुख पर कायम आरबीआई (RBI) अप्रैल में प्रस्तावित अगली एमपीसी में भी 0.25 प्रतिशत का इजाफा कर सकता है.


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महंगाई को काबू में करने की कवायद
एचडीएफसी बैंक के चीफ इकोनॉम‍िस्‍ट अभीक बरुआ ने कहा कि अप्रैल में होने वाली एमपीसी के दौरान रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत का इजाफा क‍िये जाने की उम्मीद है. उन्‍होंने कहा क‍ि आरबीआई महंगाई पर काबू पाने का रुख कायम रखता नजर आ रहा है. बरुआ ने कहा, 'आने वाले महीनों में कुल मुद्रास्फीति के मध्यम रहने के बावजूद प्रमुख मुद्रास्फीति बनी रह सकती है. आरबीआई इसी को काबू करने के लिए रेपो रेट इजाफा कर सकता है.'



आरबीआई की तरफ से बुधवार को रेपो रेट बढ़ाये जाने के बाद एक्यूट रेटिंग की चीफ एनाल‍िस‍िस ऑफ‍िसर सुमन चौधरी का मानना है कि रेपो रेट में हो रहे इजाफे में अभी विराम लगने के संकेत द‍िखाई नहीं दे रहे. हालांकि इंडिया रेटिंग के चीफ इकोनॉम‍िस्‍ट सुनील सिन्हा ने उम्‍मीद जताई क‍ि आरबीआई अब रेपो रेट नहीं बढ़ाएगा. लेकिन उन्‍होंने यह भी कहा क‍ि केंद्रीय बैंक इसे कम करने के बारे में बिल्कुल नहीं सोचेगा. एसबीआई के ग्रुप चीफ इकोनॉम‍िस्‍ट सौम्य कांति घोष ने कहा कि आरबीआई का फेडरल रिजर्व के असर से बाहर निकलना जरूरी है. (Input : PTI)
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