Year Ender 2024 : राजस्थान में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2022 परीक्षाओं के पेपर लीक होने के बाद से ही प्रदेश में सालभर सियासी पारा गर्म रहा. यही नहीं, सूबे में बीजेपी की सरकार बनने से पहले और बाद, इस मुद्दे पर खूब रोटियां सेंकी गईं. वहीं, पेपर लीक को लेकर कांग्रेस ने अपना बचाव तो किया, लेकिन भारतीय जनता पार्टी हर बार उसे घेरकर खड़ी हो जाती.
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Year Ender 2024 : वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2022 की परीक्षाएं दिसंबर 2022 में आयोजित की जा रही थी. 23 दिसंबर 2022 की रात को उदयपुर जिले के बेकरिया थाना पुलिस ने पेपर लीक मामले का पर्दाफाश किया. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक प्राइवेट बस को रोका, जिसमें करीब 45 अभ्यर्थी सवार थे. इन अभ्यर्थियों को 24 दिसंबर 2022 को होने वाले सामान्य ज्ञान के प्रश्नपत्र के उत्तर बस में ही पढ़ाए जा रहे थे.बस के आगे एक कार चल रही थी, जिसमें पेपर लीक से जुड़े माफिया सवार थे और वे बस को एस्कॉर्ट कर रहे थे. पुलिस ने कार में सवार माफियाओं को भी मौके पर गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान पेपर लीक का बड़ा खुलासा हुआ. इसके बाद मामले की जांच को विशेष कार्यबल (एसओजी) को सौंप दिया गया, जो आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
राजस्थान के वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2022 पेपर लीक मामला लगभग पूरे साल चर्चा में रहा. इस मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष एक-दूसरे को खूब कोसते रहे. अब इस मुद्दे पर नया मोड़ आया है. जयपुर मेट्रो-प्रथम की ईडी और सीबीआई मामलों की विशेष अदालत ने आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क करने के आदेश जारी कर दिए हैं. फरार आरोपी सुरेश कुमार ढाका की संपत्तियों पर कुर्की के नोटिस चस्पा किए गए हैं. साथ ही अन्य आरोपियों - जोगेन्द्र सारण, सुरेश विश्नोई, प्रदीप खींचड़ और नेताराम कलबी के खिलाफ भी दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 82 के तहत नोटिस जारी किए गए हैं.
एसओजी की जांच में इस मामले से जुड़े कई अहम गिरफ्तारियां हुई हैं, जिनमें आरपीएससी के निलंबित सदस्य बाबूलाल कटारा और बर्खास्त वाइस प्रिंसिपल अनिल कुमार मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा शामिल हैं. हालांकि, मुख्य आरोपी सुरेश ढाका पिछले दो सालों से फरार है, और पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है.
इसके अलावा, आरोपी जोगेन्द्र सारण, सुरेश विश्नोई, प्रदीप खींचड़ और नेताराम कलबी भी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. कोर्ट ने इन सभी फरार आरोपियों को 6 फरवरी 2025 तक अदालत में पेश होने का अंतिम मौका दिया है. यदि वे तय समय सीमा तक कोर्ट में पेश नहीं होते, तो उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया जाएगा. इस मामले में सुरेश ढाका के करीबी गोपाल सारण सहित कई अन्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन कुछ प्रमुख आरोपी अभी भी फरार हैं. मामले की जांच तेजी से जारी है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है.
वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2022 की परीक्षाएं दिसंबर 2022 में आयोजित की जा रही थीं. 23 दिसंबर 2022 की रात को उदयपुर जिले के बेकरिया थाना पुलिस ने पेपर लीक मामले का पर्दाफाश किया. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक प्राइवेट बस को रोका, जिसमें करीब 45 अभ्यर्थी सवार थे. इन अभ्यर्थियों को 24 दिसंबर 2022 को होने वाले सामान्य ज्ञान के प्रश्नपत्र के उत्तर बस में ही पढ़ाए जा रहे थे.
बस के आगे एक कार चल रही थी, जिसमें पेपर लीक से जुड़े माफिया सवार थे और वे बस को एस्कॉर्ट कर रहे थे. पुलिस ने कार में सवार माफियाओं को भी मौके पर गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान पेपर लीक का बड़ा खुलासा हुआ. इसके बाद मामले की जांच को विशेष कार्यबल (एसओजी) को सौंप दिया गया, जो आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.