नई दिल्ली: Budget 2021: 1 फरवरी को देश का आम बजट (Union Budget 2021) पेश किया जाएगा. तारीखों का आधिकारिक ऐलान कर दिया गया है. बजट सत्र का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया गया है. आम बजट के दिन आम हो या खास हर शख्स की निगाहें रेल बजट पर होती हैं. हालांकि इस बार रेल बजट का इंतराज कर रहे लोगों को निराशा हाथ लग सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि, कहा ये जा रहा है कि बजट 2021 में रेलवे (Indian Railways) के लिए कोई बड़ी सौगात नहीं होगी. सूत्रों का कहना है कि रेलवे का बजट पिछले वित्त वर्ष से करीब 3-5% ही बढ़ सकता है. 


रेल बजट पर कोरोना का कहर?


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रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने अगले वित्त वर्ष के लिए वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) के सामने करीब 1.80 लाख करोड़ के बजट की रूपरेखा रखी है. सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कोरोना वायरस महामारी का हवाला देते हुए, इस बड़ी मांग को पूरी कर पाने में असमर्थता जताई है. ऐसे में ये साफ हो गया है कि रेल यात्रियों को इस बजट से ज्यादा उम्मीदें नहीं रखनी चाहिए. 


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इतना हो सकता है रेल बजट


रेल मंत्रालय से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए रेलवे बजट 1.70 लाख करोड़ के आस-पास रहेने की संभावना है. यही नहीं रेलवे को केंद्र से मदद यानी Gross Budgetary Support भी इस बार करीब ₹75000 करोड़ ही रह सकता है. 


इस पर रहेगा रेलवे का फोकस


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सूत्रों की मानें तो रेलवे बजट में इस बार प्राइवेट ट्रेन, नई ट्रेन सेट्स के जरिए नए रूट पर तेज रफ्तार से सफर, पर्यटन स्थलों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी, सोलर पैनल आधारित ग्रीन एनर्जी पर फोकस, किसान रेल सेवा में विस्तार और नार्थ-ईस्ट राज्यो में रेल कनेक्टिविटी के लिए इंफ्रा विस्तार पर फोकस करने वाला होगा. 
 
बता दें कि संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होगा और 2 भागों में 8 अप्रैल तक चलेगा. इस साल का बजट बेहद खास रहने वाला है, इसका इशारा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद कर चुकी है. ये बजट कोरोना संकट के दौर से गुजरते देश के लिए दशा और दिशा दोनों तय करेगा. इसलिए उम्मीदें भी बहुत ज्यादा है.