Budget 2023: बजट से एजुकेशन सेक्टर को मिली कई सौगात, शिक्षकों ने बताया क्वालिटी एजुकेशन की तरफ कदम
Education Sector: अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बच्चों और किशोरों के लिए एक राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय की घोषणा की. इसी तरह की पहल की घोषणा 2018 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी की थी. तब से IIT खड़गपुर द्वारा एक राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय चलाया जा रहा है.
Education Sector Budget: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से केंद्रीय बजट 2023 पेश कर दिया गया है. इस बार के बजट में सरकार की ओर से कई अहम ऐलान किए गए हैं. वहीं शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार की ओर से कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं. इस वर्ष शिक्षा मंत्रालय का बजट आवंटन 2022-23 में 1.04 लाख करोड़ के मुकाबले 1.12 लाख करोड़ रुपये से मामूली 8 प्रतिशत बढ़ा है. इसमें से स्कूल शिक्षा विभाग को 68,804 करोड़ रुपये और उच्च शिक्षा विभाग को 44,094 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है.
बजट
वहीं दिलचस्प बात यह है कि मंत्रालय की सबसे बड़ी स्कूली शिक्षा योजना, सर्व शिक्षा अभियान को लगभग पिछले वर्ष की समान राशि आवंटित की गई है, इसमें 2022-23 में 37,383 करोड़ रुपये (बजट अनुमान) की तुलना में 37,453 करोड़ रुपये है. राजकीय विधि महाविद्यालय, चूरू के प्राचार्य डॉ. एसके सैनी ने कहा कि एजुकेशन सेक्टर के बजट को बढ़ाया जाना उम्मीद की नई किरण लेकर आया है. शिक्षा में बजट का बढ़ाया जाना एक अच्छा कदम है, इससे देश के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी और क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ावा मिलेगा. वहीं आवश्यकता इस बात की है कि वर्तमान में देश में अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा के लिए उपलब्ध बजट से ढांचा विकसित किया जाना चाहिए.
राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय
अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बच्चों और किशोरों के लिए एक राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय की घोषणा की. इसी तरह की पहल की घोषणा 2018 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी की थी. तब से IIT खड़गपुर द्वारा एक राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय चलाया जा रहा है. वहीं सीतारमण ने यह भी घोषणा की कि शिक्षकों के प्रशिक्षण को नवीन शिक्षाशास्त्र, पाठ्यक्रम संचालन, निरंतर व्यावसायिक विकास डिपस्टिक सर्वेक्षण और आईसीटी कार्यान्वयन के माध्यम से फिर से लागू किया जाएगा. चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे और चिकित्सा उपकरणों में प्रशिक्षण के लिए नए कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे.
एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय
अगले तीन वर्षों में केंद्र 740 मॉडल एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के लिए 38,800 शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों की भर्ती करेगा, जो 3.5 लाख आदिवासी छात्रों की सेवा कर रहे हैं. इसके अलावा शीर्ष शिक्षण संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए तीन उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे. उन्होंने कहा, "अग्रणी उद्योग के खिलाड़ी कृषि, स्वास्थ्य, टिकाऊ शहरों के क्षेत्रों में अंतःविषय अनुसंधान करने, अत्याधुनिक अनुप्रयोगों और स्केलेबल समस्या समाधान विकसित करने में भागीदार होंगे."
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