दिल्ली: आज के दौर में किसी से रास्ता पूछने की बजाय नेविगेशन (Navigation) के जरिए मंजिल तक पहुंचना लोग ज्यादा पसंद करते हैं. यही वजह है कि दिनों दिन Google Map का इस्तेमाल बढ़ता ही जा रहा है. लेकिन अगर आप ड्राइविंग के दौरान हाथ में मोबाइल लेकर गूगल मैप का इस्तेमाल करते हैं तो ये आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है.


ड्राइविंग के दौरान गूगल मैप का इस्तेमाल पड़ेगा भारी


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अभी हाल ही में दिल्ली में एक शख्स का चालान पुलिस ने काटा था. कार चालक ने तर्क दिया था कि वो तो किसी से बात नहीं कर रहा था तो उसका चालान क्यों काटा गया. दिल्ली पुलिस ने बताया कि मोबाइल होल्डर के बजाय डैशबोर्ड या हाथ में पकड़कर गूगल मैप का इस्तेमाल करना ट्रैफिक रूल्स के खिलाफ है क्योंकि ऐसा करने से ड्राइविंग के दौरान ध्यान भंग होने की आशंका बनी रहती है. ये मामला लापरवाही से ड्राइविंग की श्रेणी में आता है.


कट सकता है 5 हजार तक का चालान


आमतौर पर लोग ड्राइविंग के दौरान गूगल मैप (Google Map ) का नेविगेशन (Navigation) ऑन कर लेते हैं. इसके जरिए आपको रूट के बारे में पता चल जाता है, और अगर कहीं जाम लगा है तो इसकी जानकारी भी पहले ही हो जाती है. समय रहते दूसरे रास्ते का चुनाव कर लेते हैं. ये सब तो गूगल मैप के फायदे हैं लेकिन कुछ नुकसान भी हैं. आपने अगर अपनी गाड़ी में डैश बोर्ड पर मोबाइल होल्डर नहीं लगवाया है और हाथ में मोबाइल लेकर गूगल मैप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो Motor Vehicle Act 2020 में 5 हजार रुपये तक का चालान काटने का प्रावधान है.


ये भी पढ़ें: Amitabh Bachchan honors: FIAF अवॉर्ड पाने वाले बने पहले भारतीय, नोलन ने भी की तारीफ


 मोबाइल होल्डर लगवाना फायदेमंद


अगर आप ड्राइविंग के दौरान गूगल मैप का इस्तेमाल करते हैं तो इसके लिए अपने वाहन में मोबाइल होल्डर फिट कराएं. मोबाइल होल्डर में फोन लगाकर गूगल मैप का इस्तेमाल करना नियम कानून का उल्लंघन नहीं माना जाता है. मोबाइल होल्डर बाइक में 200 रुपये तक और कार में 1 हजार रुपये तक लग जाता है. अगर आप समय रहते मोबाइल होल्डर को फिट करा लेंगे तो 1 हजार रुपये खर्च करके 5 हजार रुपये का चालान कटने से बच सकते हैं.