नई दिल्ली: Sharda Sinha Death Antim Sanskar: छठ पूजा का पर्व है, इससे जुड़े गीत सुने जा रहे हैं... लेकिन इन्हें गाने वाली लोकगायिका शारदा सिन्हा अब इस दुनिया में नहीं रहीं. मंगलवार रात सवा नौ बजे शारदा सिन्हा ने दिल्ली के AIIMS अस्पताल में अंतिम सांस ली. 72 वर्ष की उम्र में शारदा सिन्हा का निधन हो गया. शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार आज नहीं, बल्कि कल (7 नवंबर, 2024) होगा.
11 दिन AIIMS में भर्ती रहीं
शारदा सिन्हा लंबे समय से कैंसर की गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं. वे बीते 11 दिनों से दिल्ली के एम्स अस्पताल में वेंटिलेटर पर भर्ती थीं. लेकिन मंगलवार की रात को शारदा सिन्हा का निधन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया.
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
दिल्ली से भाजपा के सांसद और भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी ने गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि लोक गायिका शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पटना में राजकीय सम्मान के साथ होगा. आज (6 नवंबर, 2024) सुबह 9:40 की फ्लाइट से शव को दिल्ली से पटना लाया गया, जहां शव को अंतिम दर्शन के लिए रखा.
आज क्यों नहीं होगा अंतिम संस्कार?
शारदा सिन्हा को चाहने वालों की संख्या हजारों-लाखों में है. यही कारण है कि शारदा सिन्हा के परिजनों ने फैसला किया है कि आज उनका शव अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और कल अंतिम संस्कार किया जाएगा.
पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित
गौरतलब है कि 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिले में जन्मीं शारदा सिन्हा 'पद्म श्री' एवं 'पद्म भूषण' का सम्मान पा चुकी हैं. उन्होंने मैथिली लोक गीत गाकर अपने करियर की शुरुआत की थी. शारदा सिन्हा ने भोजपुरी संगीत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में भी गाने गाए.
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