Star Rating: देश में आजकल लगभह हर घर में रेफ्रिजरेटर का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं गर्मी इतनी ज्यादा पड़ती है कि लोगों को एसी की भी जरूरत महसूस होती है. घर में इस्तेमाल होने वाले प्रॉडक्ट पर एनर्जी से जुड़ी रेटिंग भी दी जाती है, जिससे ये पता चलता है कि कोई प्रॉडक्ट कितनी ऊर्जा का इस्तेमाल करता है. वहीं अब इन रेटिंग को लेकर अहम जानकारी सामने आई है.


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इन्हें भी दी जाएगी स्टार रेटिंग


एसी, रेफ्रिजरेटर जैसे घरेलू उपकरणों की तरह जल्द ही सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल को भी स्टार रेटिंग दी जाएगी. सौर पीवी मॉड्यूल के लिए शुक्रवार को शुरू सरकार के 'स्टार रेटिंग' कार्यक्रम के तहत उच्च दक्षता वाले सौर पैनल चुनने में उपभोक्ताओं को मदद मिलेगी. केंद्रीय बिजली, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने इस योजना की शुरुआत की.


सर्वश्रेष्ठ पैनल चुनने में मदद मिलेगी


इसके तहत मॉड्यूल की दक्षता के आधार पर 1-5 सितारों तक रेटिंग दी जाएगी. इस मौके पर अपने संबोधन में सिंह ने कहा कि अब उपभोक्ता सोच-समझकर निर्णय ले सकते हैं. रेटिंग से उपभोक्ताओं को सर्वश्रेष्ठ पैनल चुनने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ''जैसे उपकरणों की स्टार रेटिंग से आपको पता चलता है कि ऊर्जा दक्षता के मामले में कौन सा उपकरण बेहतर है, उसी तरह अब उपभोक्ता स्टार रेटिंग की जांच करके अधिक कुशल मॉड्यूल का चयन कर सकता है.''


ऊर्जा इकाइयों की होगी स्थापना


सिंह ने कहा कि इससे उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ाने में मदद मिलेगी और देश में सौर ऊर्जा इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा मिलेगा. मंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम पहले दो साल के लिए स्वैच्छिक है और उसके बाद इसे अनिवार्य बना दिया जाएगा. सभी पैनल विनिर्माताओं को अपने उत्पादों की रेटिंग प्राप्त करने के लिए कार्यक्रम के तहत पंजीकृत होना होगा. ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) के जरिए पीवी मॉड्यूल के लिए तैयार स्टार रेटिंग योजना एक जनवरी, 2024 से लागू होगी. (इनपुट: भाषा)