Income Tax  Collection: टैक्‍स देने वालों ने इस बार र‍िकॉर्ड बनाकर सरकार की झोली भर दी है. यही वजह है क‍ि टैक्‍स कलेक्‍शन बढ़कर सरकार के आंकड़ों के पार पहुंच गया है. चालू वित्त वर्ष में 17 मार्च तक के आंकड़ों अनुसार शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.88 प्रतिशत बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा हो गया. इनकम टैक्‍स व‍िभाग की तरफ से यह जानकारी दी गई. आयकर विभाग के निकाय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने एक बयान में कहा कि 17 मार्च तक कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 18,90,259 करोड़ रुपये रहा है.


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17 मार्च तक 3.37 लाख करोड़ का रिफंड जारी हुआ


इसमें से 9,14,469 करोड़ रुपये कॉरपोरेट टैक्‍स और पर्सनल इनकम टैक्‍स के अलावा 9,72,224 करोड़ रुपये का प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) भी शामिल है. इसके साथ चालू वित्त वर्ष में 17 मार्च तक करीब 3.37 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया जा चुका है. सकल आधार पर रिफंड समायोजन से पहले कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.27 लाख करोड़ रुपये था. यह एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 18.74 प्रतिशत अधिक है.


सीबीडीटी ने कहा, 'वित्त वर्ष 2023-24 में 17 मार्च तक प्रत्यक्ष कर संग्रह के अस्थायी आंकड़े बताते हैं कि नेट टैक्‍स कलेक्‍शन 18,90,259 करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 15,76,776 करोड़ रुपये था. यह वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 19.88 प्रतिशत ज्‍यादा है. 'सरकार ने प्रत्यक्ष कर संग्रह के संशोधित अनुमान में पूरे वित्त वर्ष के लिए कुल कलेक्‍शन 19.45 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद जताई है. (इनपुट भाषा)