Odisha Train Accident: बालासोर हादसे के बाद रेलवे सेफ्टी को लेकर बड़ा खुलासा, खरगे ने PM मोदी को लिखा पत्र
Railway Safety: खरगे की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया कि 2022 की कैग रिपोर्ट `भारतीय रेलवे में पटरी से उतरने` को हाइलाइट किया गया है. इसके लिए राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष (RRSK) के लिए धन में 79 प्रतिशत की भारी कमी की गई है.
Balasore Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना में 275 यात्रियों की मौत हो गई है. इस भीषण रेल हादसे के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है. अब रेलवे की तरफ से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार, रेलवे ने 2017-2018 और 2021-22 के बीच सुरक्षा उपायों पर एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए हैं. इसमें ट्रैक के नवीनीकरण पर होने वाले खर्च में लगातार इजाफा हुआ है. सरकारी सूत्रों की तरफ से यह भी संकेत दिया गया कि रेलवे जल्द ही कैग की रिपोर्ट का जवाब देगी. इसी रिपोर्ट का हवाला लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बालासोर दुर्घटना के बाद में केंद्र पर हमला किया था.
सुरक्षा दावों की पोल खुल गई
खरगे ने सोमवार को पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के 'खोखले सुरक्षा दावों की पोल खुल गई है.' उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे की सुरक्षा में कमी आना लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय है. खरगे की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया कि 2022 की कैग रिपोर्ट 'भारतीय रेलवे में पटरी से उतरने' को हाइलाइट किया गया है. इसके लिए राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष (RRSK) के लिए धन में 79 प्रतिशत की भारी कमी की गई है.
जरूरी धन का आवंटन क्यों नहीं किया?
बजट के दौरान दावा किया गया था कि करीब 20,000 करोड़ रुपये हर साल उपलब्ध होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने पूछा कि ट्रैक नवीनीकरण के लिए जरूरी धन आवंटन क्यों नहीं किया गया. रिपोर्ट से यह भी पता चला कि 2017-18 से 2021-22 तक, रेलवे ने आरआरएसके (RRSK) कामों पर एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए. फरवरी 2022 में, सरकार ने 2022-23 से आरआरएसके (RRSK) की वैधता को और पांच साल के लिए बढ़ा दिया.
ट्रैक नवीनीकरण के आंकड़ों से पता चलता है कि 2017-18 से 2021-22 के दौरान इस पर खर्च में लगातार इजाफा हुआ. रिपोर्ट में कहा गया कि 2017-18 में 8,884 करोड़ रुपये से ट्रैक नवीनीकरण पर खर्च 2020-21 में बढ़कर 13,522 करोड़ रुपये और 2021-22 में 16,558 करोड़ रुपये हो गया.