Indigo: भारत में अक्टूबर 2024 के दौरान घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में 5.3% की बढ़ोतरी देखी गई. इस दौरान किफायती विमानन कंपनी इंडिगो ने अपनी बाजार हिस्सेदारी को मजबूत करते हुए यात्रियों की संख्या में बढ़त दर्ज की. डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, एयर इंडिया और विस्तारा ने भी अपनी भूमिका निभाई, जबकि स्पाइसजेट और अकासा एयर के यात्री आंकड़े स्थिर रहे.


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घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में इजाफा


अक्टूबर 2024 में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 5.3% बढ़कर 1.36 करोड़ हो गई. यह आंकड़ा पिछले साल अक्टूबर के 1.26 करोड़ यात्रियों की तुलना में अधिक है. इस बढ़त के साथ भारत के विमानन क्षेत्र में सुधार और यात्रियों के बढ़ते विश्वास का संकेत मिलता है.


इंडिगो का दबदबा कायम


इंडिगो ने अक्टूबर में 86.40 लाख यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाया, जो कुल बाजार का 63.3% हिस्सा है. यह इंडिगो की मजबूत संचालन क्षमता और यात्रियों के भरोसे को दर्शाता है. कंपनी ने अपनी किफायती सेवाओं और समय की पाबंदी से बड़ी संख्या में यात्रियों को आकर्षित किया.


एयर इंडिया और विस्तारा ने भी निभाई भूमिका


टाटा समूह की एयर इंडिया और विस्तारा ने भी अपनी सेवाओं के जरिए हवाई यातायात में अहम योगदान दिया. एयर इंडिया ने (एयर इंडिया एक्सप्रेस सहित) 26.48 लाख यात्रियों के साथ 19.4% बाजार हिस्सेदारी हासिल की, जबकि विस्तारा ने 12.43 लाख यात्रियों के साथ 9.1% हिस्सेदारी पाई.


विस्तारा का एयर इंडिया में विलय


विस्तारा का 12 नवंबर को एयर इंडिया में विलय हो चुका है, जिससे टाटा समूह के विमानन क्षेत्र को नई ताकत मिली है. यह विलय एयर इंडिया की क्षमताओं को बढ़ाने के साथ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने की दिशा में एक बड़ा कदम है.


छोटे खिलाड़ियों की स्थिति


स्पाइसजेट ने अक्टूबर में 3.35 लाख यात्रियों को यात्रा करवाई, जबकि अकासा एयर ने 6.16 लाख यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाया. दोनों कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी इंडिगो और एयर इंडिया के मुकाबले काफी कम रही, लेकिन अपने-अपने बाजार में उन्होंने स्थिर प्रदर्शन किया.


यात्री वृद्धि के पीछे के कारण


यात्रियों की बढ़ती संख्या के पीछे त्योहारों का मौसम, बेहतर कनेक्टिविटी, और प्रतिस्पर्धी किराए जैसे कारण हैं. विमानन कंपनियों ने यात्रियों को आकर्षित करने के लिए विशेष ऑफर और सेवाओं में सुधार किया, जिससे यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई.


भारतीय विमानन बाजार का विस्तार


भारत का विमानन बाजार तेजी से विस्तार कर रहा है. घरेलू उड़ानों में सुधार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की मांग भी बढ़ रही है. डीजीसीए के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारत विमानन क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है.


भविष्य के लिए संकेत


विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह रुझान जारी रहा, तो भारत अगले कुछ वर्षों में विश्व के अग्रणी विमानन बाजारों में से एक बन सकता है. एयरलाइनों को अपनी सेवाओं और नेटवर्क में सुधार जारी रखना होगा, ताकि यात्रियों की बदलती जरूरतों को पूरा किया जा सके.


(एजेंसी इनपुट के साथ)