Indriya Showroom Launching: ज्‍वैलरी की चका-चौंध बढ़ने के साथ ही खरीदारों की संख्‍या में भी इजाफा हो रहा है. टाटा और अंबानी जैसे द‍िग्‍गज के ज्‍वैलरी ब‍िजनेस में धूम मचाने के बीच एक और द‍िग्‍गज कारोबारी घराने ने इसमें कदम रख द‍िया है. जी हां, आद‍ित्‍य ब‍िरला ग्रुप (Aditya Birla Group) ने अपना ज्‍वैलरी ब्रांड 'इंद्रिय' (Indriya) लॉन्च कर दिया है. इस मार्केट में पहले से ही दो बड़े कॉर्पोरेट ग्रुप तनिष्क और रिलायंस ज्वैलरी मौजूद हैं. साल की शुरुआत में पेंट के ब‍िजनेस में शामिल होने के बाद बिड़ला ग्रुप मार्केट में काफी एक्‍ट‍िव रहा है.


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कंज्‍यूमर बिजनेस की तरफ बढ़ रहा ब‍िड़ला ग्रुप


ब‍िड़ला ग्रुप सीमेंट सेक्‍टर में भी अडानी ग्रुप की चुनौतियों का लगातार सामना कर रहा है. ग्रुप की तरफ से टेलीकॉम सर्व‍िस ब‍िजनेस वोडाफोन आइडिया को भी मजबूत करने की कोश‍िश जारी है. अब तक ब‍िड़ला ग्रुप मेटल, सीमेंट और कपड़ों से जुड़े ब‍िजनेस में काम करता रहा है. लेकिन अब ग्रुप धीरे-धीरे कंज्‍यूमर प्रोडक्‍ट की तरफ बढ़ रहा है. आज ब‍िड़ला ग्रुप की कमाई का पांचवां हिस्सा कंज्‍यूमर प्रोडक्‍ट से आता है. ग्रुप का मकसद देश में बढ़ती संपत्ति और युवा जनसंख्या का फायदा उठाने का है.


नए ब‍िजनेस बड़ी संभावनाओं के साथ उभर रहे
ग्रुप चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने इंद्रिय ब्रांड लॉन्च करते हुए कहा, 'मेरा मानना है कि अगले पांच साल में कंज्‍यूर ब‍िजनेस का हिस्सा बढ़कर 25% से ज्यादा हो जाएगा. साथ ही कंज्‍यूमर ब‍िजनेस से होने वाली आमदनी करीब 25 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी. यह देश के अधिकांश प्रमुख स्टैंडअलोन कंज्‍यूमर ब‍िजनेस से भी बड़ा होगा.' बिड़ला ने कहा, 'हमारे कई कारोबार तेजी से बढ़ने की स्थिति में हैं, नए ब‍िजनेस बड़ी संभावनाओं के साथ उभर रहे हैं. नए कारोबार को नई ऊर्जा के साथ मिलाकर, एक अनूठा ग्रोथ प्‍लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं.'


5000 करोड़ रुपये निवेश करने का टारगेट
कंपनी का टारगेट ज्‍वैलरी ब‍िजनेस में करीब 5000 करोड़ रुपये का निवेश करने का है. इससे बिड़ला ग्रुप बाजार में टॉप 3 में जगह बनाने की उम्मीद कर रहा है. कंपनी को उम्मीद है कि वह अपने ब्रांड वैल्यू और रिटेल एक्‍सपीयर‍ियंस का फायदा उठा सकेगी. पहले चार इंद्रिय स्टोर दिल्ली, जयपुर और इंदौर में आज ओपन होंगे. अगले छह महीने में 10 से ज्‍यादा शहरों में स्‍टोर खोलने जाने का प्‍लान है. भारतीय ग्राहकों का अनुभव तेजी से बदल रहा है. पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा उम्मीदें इंड‍ियन कस्‍टमर से ही जुड़ी हैं. इंड‍ियन कस्‍टमर पहले की तुलना में अब काफी अलग हो गया है.


सबसे बड़े ब्रांड का मार्केट शेयर महज 6-7%
ज्‍वैलरी इंडस्‍ट्री का 60% से ज्यादा हिस्सा अभी भी अनआर्गेनाइज्‍ड है. इसलिए ग्रुप इस सेगमेंट में अपनी जगह बनाने की उम्मीद कर रहा है. लेकिन प्रमुख कंपनियों के लिए यह आसान नहीं रहा है. बिड़ला ने स्वीकार किया कि सबसे बड़े नेशनल ब्रांड का मार्केट शेयर महज 6-7% है.