नई दिल्ली: दूरसंचार उपकरण बनाने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी आईटीआई लिमिटेड ने 58 स्टार्टअप कंपनियों के साथ सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) आधारित समाधानों की एक व्यापक श्रृंखला बनाने के लिए समझौते किए हैं. इन समझौतों पर बेंगलुरू में आईटीआई के प्रांगण में आयोजित आईसीटी-आईओटी एक्सपो के तहत हस्ताक्षर किए गए. कुल 400 स्टार्टअप कंपनियों में से 58 का चुनाव किया गया और समझौते किए गए.


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आईटीआई ने आपसी सहमति की शर्तों के आधार पर स्टार्टअप कंपनियों को इंक्यूबेशन केंद्र की सुविधा देने का भी निर्णय किया है. वह रॉयल्टी के आधार पर स्टार्टअप कंपनियों द्वारा विकसित उत्पादों का विपणन भी करेगी. आईटीआई ने एक बयान में कहा कि यह कंपनियां नागरिक और सैन्य इस्तेमाल के लिए उन्नत किस्म की रडार प्रणालियां, राउटर प्रणालियां और 5जी प्रौद्योगिकी के उत्पाद विकसित करेंगी. इसके अलावा डिजिटल सुरक्षा, डाटा भंडारण और नेटवर्किंग से जुड़े समाधान भी पेश करेंगी.


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इन समझौतों पर टेलीकॉम एवं संचार मंत्री मनोज सिन्हा की मौजूदगी में रविवार को हस्ताक्षर किए गए. उन्होंने कहा, ‘‘ 20,000 से ज्यादा स्टार्टअप कंपनियों के साथ भारत दुनिया का दूसरा ऐसा देश है जहां सबसे बड़ी स्टार्टअप प्रणाली है.’’ उन्होंने कहा कि इन समझौतों से आईटीआई को अपने उत्पादों का विविधीकरण करने में भी मदद मिलेगी.


आईटीआई लिमिटेड ने दिल्ली के दूरसंचार इंजीनियरिंग केंद्र के साथ भी एक समझौता किया है. यह समझौता बेंगलुरू स्थित उसके संयंत्र में एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला के निर्माण के लिए किया गया है. यहां देश में आयात किए जाने वाले और स्वदेशी पर दूरसंचार उपकरणों का परीक्षण किया जाएगा.


(इनपुट-भाषा)