Sonata Finance को खरीदने पर कोटक महिंद्रा बैंक को क्या फायदा होगा?
Sonata Finance का अब अधिग्रहण किया जाएगा. इसके अधिग्रहण के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी भी कोटक महिंद्रा बैंक को मिल गई है. अब बैंक की ओर से जल्द ही प्रक्रियाओं को पूरा किया जाएगा. छोटी राशि के कर्ज देने वाली कंपनी के तौर पर सोनाटा फाइनेंस को जाना जाता है.
Kotak Bank: बैंकों में पैसा रखना काफी सुरक्षित माना जाता है. वहीं बैंक की ओर से कई प्रकार की सुविधाएं दी जाती है. इनमें कर्ज से जुड़ी सुविधा भी मौजूद रहती है. इस बीच अब कोटक महिंद्रा बैंक को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. कोटक महिंद्रा बैंक की ओर से एक फाइनेंस कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी मांगी गई थी, जिस पर अब आरबीआई की ओर से मंजूरी दे दी गई है. आइए जानते हैं इस पर पूरा अपडेट...
कोटक महिंद्रा बैंक
कोटक महिंद्रा बैंक को सोनाटा फाइनेंस के अधिग्रहण के लिए रिजर्व बैंक की मंजूरी मिल गई है. कोटक महिंद्रा बैंक को छोटी राशि के कर्ज देने वाली कंपनी सोनाटा फाइनेंस का अधिग्रहण करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से मंजूरी मिल गई है. बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. बैंक ने इसी साल 10 फरवरी को सोनाटा फाइनेंस का अधिग्रहण करने की इच्छा जताई थी.
अधिग्रहण को मंजूरी
कोटक महिंद्रा बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा, “आरबीआई ने 19 अक्टूबर, 2023 को अपने पत्र के माध्यम से सोनाटा में जारी शेयर पूंजी और चुकता पूंजी का 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है.” बैंक ने बताया कि आरबीआई ने कोटक को सोनाटा को अपनी कारोबारी अनुषंगी कंपनी बनाने की अनुमति दे दी है और यह इकाई अब कोटक महिंद्रा बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी होगी.
कोटक को ये होगा फायदा
कोटक ने फरवरी में कहा था कि सोनाटा में दिसंबर, 2022 तक 1,903 करोड़ रुपये की प्रबंधन अधीन संपत्ति है और यह कंपनी नौ लाख लोगों को अपनी सेवाएं दे चुकी है. बैंक ने कहा कि अधिग्रहण से उसे उत्तर भारत के ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में पैठ बढ़ाने में मदद मिलेगी. ऐसे में अब कोटक महिंद्रा बैंक की ओर से जल्दी ही सारी प्रक्रिया पूरी की जाएगी और सोनाटा फाइनेंस का अधिग्रहण पूरा किया जाएगा. (इनपुट: भाषा)