नई दिल्ली: न्यूजीलैंड क्राइस्ट चर्च हमले के बाद वहां की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न लगातार किसी न किसी वजह से सुर्खियों में हैं. इस बार सुर्खियों में होने की वजह है कि उन्होंने एक अजनबी महिला के ग्रॉसरी का बिल पे किया, क्योंकि वह अपना पर्स घर भूल गई थी. उस महिला ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस घटना के बारे में बताया और उनकी जमकर तारीफ की. मीडिया में खबर आने के बाद जब प्रधानमंत्री जेसिंडा से पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि यह सच है कि उन्होंने एक अजनबी महिला के ग्रॉसरी का बिल पे किया क्योंकि वह अपना पर्स घर भूल गई थी. हालांकि, बाद में फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दिया  गया.


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15 मार्च को क्राइस्टचर्च एरिया में मस्जिदों पर हमले के बाद प्रधानमंत्री जेसिंडा लगातार इंटरनेशनल मीडिया में छाई हुई हैं. उस हमले में 50 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हुए थे. इस घटना के बाद पीड़ित के परिजनों से मिलने के लिए वो हिजाब पहन कर पहुंची थीं. उन्होंने पीड़ित के परिजनों से कहा कि जो हमला हुआ है वह न्यूजीलैंड की पहचान नहीं है. न्यूजीलैंड का मतलब है, जहां 200 से ज्यादा नस्ल के लोग रहते हैं, 160 से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं और जहां विविधताओं के बीच हमला एक समान नैतिकता साझा करते हैं.



अर्डर्न की हिजाब वाली फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी. इस घटना को लेकर उन्होंने जिस तरह अपनी संवेदना व्यक्त की और पीड़ितों को गले लगाया उसकी तारीफ पूरे विश्व में हो रही है. इस घटना के बाद जब न्यूजीलैंड में संसद के सत्र की शुरुआत हुई तो उन्होंने अपने संबोधन में मुसलमानों को ''अस्सलाम अलैकुम'' कह कर संबोधित किया. उन्होंने साफ-साफ कहा कि इस घटना के हमलावर का नाम बिल्कुल नहीं लिया जाएगा. मैं नहीं चाहती हूं कि ऐसे लोगों को किसी तरह का प्रचार मिले. उसने जो कुछ किया उसकी एक वजह ये भी है कि वह पब्लिसिटी चाहता था. लेकिन, वह केवल एक चरमपंथी है.