रेलवे ने बदला ट्रेन टिकट बुकिंग का नियम, जानिए रिजर्वेशन 60 दिन करने के फैसले से क्या है नफा-नुकसान
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रेलवे ने बदला ट्रेन टिकट बुकिंग का नियम, जानिए रिजर्वेशन 60 दिन करने के फैसले से क्या है नफा-नुकसान

Ticket Reservation: रेलवे ने 1 नवंबर से ट्रेन की एडवांस टिकट बुकिंग की समय सीमा को 120 दिन से कम कर 60 दिन कर दिया. यानी अब आप 60 दिन से पहले रिजर्वेशन करवा कर नहीं कर सकेंगे. नया नियम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों पर लागू होगा.  समझते हैं इस फैसले का किसे फायदा, किसे नुकसान होगा ? 

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Indian Railway Ticket Booking: भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग के नियम में बड़ा बदलाव करते हुए एडवांस टिकट बुकिंग के सीमा को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया. रेलवे ने 1 नवंबर से ट्रेन की एडवांस टिकट बुकिंग की समय सीमा को 120 दिन से कम कर 60 दिन कर दिया. यानी अब आप 60 दिन से पहले रिजर्वेशन करवा कर नहीं कर सकेंगे. नया नियम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों पर लागू होगा. रेलवे के इस फैसले से किसे फायदा होगा और किसे नुकसान ये समझना होगा. इस फैसले के नफा-नुकसान को समझने के साथ-साथ कैंसिलेशन के नियम को भी समझते हैं,  

60 दिन पहले टिकट बुकिंग का फैसला  क्यों ?  

रेलवे ने टिकट रिजर्वेशन की समय सीमा को घटाने के पीछे कई कारण गिराए. रेलवे के मुताबिक ज्यादा कैंसिलेशन और सीटों की बर्बादी को देखते हुए ये फैसला लिया गया है. रेलवे ने बताया कि 120 दिन की एडवांस रिजर्वेशन पीरियड काफी लंबा है. देखा गया कि जिन लोगों ने इस टाइम लाइन में टिकट बुकिंग की, उनमें से 21 फीसदी लोगों ने टिकट कैंसिल करवा दिया. वहीं 5 से 6 फीसदी लोग टिकट बुकिंग के बावजूद सफर वहीं कर पाते और सीटों की धोखाधड़ी बढ़ जाती है.  सिर्फ 13 फीसदी लोग है जो 120 दिन पहले टिकट की एडवांस बुकिंग करते हैं.  अधिकांश लोग 45 दिन पहले टिकट बुकिंग करते हैं.  

 रिजर्वेशन की समय सीमा घटाने के नफा-नुकसान  

120 दिन की समयसीमा से लोगों के पास पर्याप्त समय रहता है रिजर्वेशन के लिए. जो लोग पहले से प्लान बनाकर रिजर्वेशन करते हैं उनके पास ट्रेनों के पर्याप्त विकल्प और सीटों की अधिक उपलब्धता होती है. वहीं जो लोग बाद में प्लान बनाते हैं, उन्हें अब सीट मिलने का चांस बढ़ जाएगा. हालांकि फेस्टिव सीजन के दौरान रिजर्वेशन विंडो कम होने से टिकटों की मारामारी बढ़ जाएगी. 

रिजर्वेशन की समय सीमा घटाने से रेलवे को सबसे ज्यादा फायदा स्पेशल ट्रेन चलाने की योजना बनाने में होगी. रेगुलर ट्रेनों में सीटों की कैंसिलेशन और भीड़ की स्थिति देखकर रेलवे स्पेशल ट्रेनों को चलाने की योजना बना सकती है. नए नियम का फायदा सबसे ज्यादा उन लोगों और छात्रों को होगा, जो पढ़ाई और रोजगार के लिए दूसरे शहर जाते हैं. ऐसे लोगों के पास टिकट बुकिंग के लिए अधिक विकल्प होंगे. 120 दिन के नियम में लोग तीन-चार महीने पहले टिकट बुक कर लेते थे और बाद में सफर से पहले प्लान कैंसिल होने पर टिकट कैंसिल करवा लेते हैं. इस चक्कर में दूसरे लोगों को संबी वेटिंग लिस्ट झेलनी पड़ती थी. अब नए नियम के बाद 1 नवंबर से लोग सफर से 60 दिन पहले ही टिकट बुक कर सकेंगे, जिससे कैंसिलेशन और रिफंड में सुधार हो सकेगा.  

 

 

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