Interest Rate FY24: कर्मचारी भव‍िष्‍य न‍िध‍ि संगठन (EPFO) की होने वाली सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्‍टीज (CBT) की मीट‍िंग में पीएफ की ब्‍याज दर को लेकर कटौती करने का दावा क‍िया जा रहा था. शन‍िवार को होने वाली सीबीटी की मीट‍िंग में व‍ित्‍तीय वर्ष 2023-2024 के लिए ब्‍याज दर को घटाकर 8 परसेंट क‍िये जाने का प्रस्‍ताव द‍िये जाने की उम्‍मीद थी. लेक‍िन श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता वाले ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) ने ईपीएफओ की बढ़ी हुई ब्याज दर को मंजूरी दे दी. प‍िछले दो व‍ित्‍तीय वर्ष में ईपीएफओ की तरफ से फाइनेंश‍ियल ईयर 2023 में 8.15% और 2022 में 8.10% का ब्‍याज द‍िया गया था.


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6.5 करोड़ सब्‍सक्राइबर पर पड़ेगा असर


ईपीएफओ न‍िवेश पर म‍िलने वाले रिटर्न में सुधार के ल‍िए स्‍टॉक्‍स में निवेश को मौजूदा 10% से बढ़ाकर 15% करने के लिए भी बोर्ड से मंजूरी लेने का प्‍लान कर रहा है. मौजूदा समय में 6.5 करोड़ से ईपीएफओ (EPFO) सब्‍सक्राइबर पर ब्‍याज दर बढ़ने का सीधा असर पड़ना तय है. पीएफ पर म‍िलने वाली ब्‍याज दर को बदलने के प्रस्‍ताव पर विचार के बाद वित्त मंत्रालय की तरफ से नोट‍िफ‍िकेशन जारी क‍िया जाएगा.


सीबीटी की 235वीं बैठक में पेंशन, बजटीय अनुमान और कॉम्‍प‍िल‍ियांस इश्‍यू को शाम‍िल क‍िया गया. वित्त मंत्रालय की तरफ से शेयर बाजार में 5-15% का इजाफा करने की अनुमत‍ि दी गई है. लेकिन ईपीएफओ को इक्‍व‍िटी में जोख‍िम बढ़ाने के लिए बोर्ड से मंजूरी लेनी होगी. आपको बता दें प‍िछले 10 सालों में पीएफ पर म‍िलने वाली ब्‍याज दर सबसे ज्‍यादा 2015-16 में थी. जो क‍ि उस समय 8.8 प्रत‍िशत सालाना थी. अगर आज 8 प्रत‍िशत पर सहमत‍ि बनती है तो यह ब्‍याज दर प‍िछले 10 साल में सबसे कम होगी.