Medicine: पाकिस्तान फिलहाल आर्थिक संकट से परेशान है. हर दिन पाकिस्तान में कोई न कोई नई दिक्कत सामने आती है. वहीं पाकिस्तान में लोगों को खाने की दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है. वहीं अब पाकिस्तान की ओर से एक बड़ा बयान दिया गया है. यह बयान मेडिकल जरूरतों से संबंधित है. नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के दवा नियामक ने कहा कि अस्पतालों और आम नागरिकों के अपने इस्तेमाल के लिए भारत से कैंसर रोधी दवाओं और टीकों सहित महत्वपूर्ण दवाएं आयात करने पर प्रतिबंध नहीं है. मीडिया की एक खबर में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई. इसका मतलब है कि भारत की ओर से बड़ा दिल दिखाते हुए पाकिस्तान को लगातार जरूरी दवाएं भेजी जा रही हैं.


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आयात नीति


समाचार पत्र ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ की खबर के अनुसार, ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ पाकिस्तान (डीआरएपी) ने कहा कि आयात नीति आदेश 2022 के तहत अपने उपयोग के लिए भारत से महत्वपूर्ण दवाएं (कैंसर रोधी दवाएं और टीके) आयात करने पर अस्पतालों या आम आदमी पर कोई प्रतिबंध नहीं है. हालांकि इसके लिए प्राधिकरण से पहले आपत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना होगा.


वित्तीय संकट
डीआरएपी अधिकारियों का बयान स्वास्थ्य पर सांसदों की स्थायी समिति के एक सत्र के दौरान आया. सत्र में सांसद प्रोफेसर मेहर ताज रोगानी ने वित्तीय संकट के बीच देश में कई आवश्यक दवाओं की अनुपलब्धता का मुद्दा उठाया था. हालांकि अब बताया गया है कि भारत की ओर से भी पाकिस्तान को दवाएं भेजी जा रही हैं.


आवश्यक दवाएं
डीआरएपी के अधिकारियों ने इस पर कहा, ‘‘ पाकिस्तान में कुछ आवश्यक दवाओं की अनुपलब्धता को देखते हुए, आम लोग और अस्पताल भारत से सीधे दवाएं आयात करने के लिए एनओसी के लिए आवेदन कर सकते हैं. वर्तमान में आयात नीति आदेश 2022 के तहत भारत से किसी भी दवा के आयात पर कोई प्रतिबंध नहीं है.’’ (इनपुट: भाषा)