मुंबई: सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने कहा है कि नकदी संकट से जूझ रही निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज को किसी तरह का आपात कोष देने का फैसला वह अकेला नहीं करेगा. इस पर निर्णय बैंकों द्वारा सामूहिक आधार पर किया जाएगा. बैंक ने यह बात ऐसे समय कही है जबकि इस तरह की खबरें आई हैं कि पीएनबी ने जेट एयरवेज के लिए 2,050 करोड़ रुपये का आपात कोष मंजूर किया है. कर्जदाता एयरलाइन के लिए सशक्त परियोजना के तहत निपटान योजना पर विचार कर रहे हैं. इससे पहले जेट एयरवेज ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में स्पष्ट किया था कि उसे पीएनबी से कोई नया कर्ज नहीं मिला है. 


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पीएनबी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता ने संवाददाताओं के इस सवाल पर कि क्या बैंक घाटे में चल रही विमानन कंपनी को अकेले नया कर्ज देने पर विचार कर रहा है, कहा, ‘‘जेट एयरवेज को और कर्ज देने के बारे में हम सामूहिक रूप से फैसला करेंगे. इस बारे में प्रस्ताव अंशधारकों की भागीदारी के साथ आएगा. हम इस पर काम कर रहे हैं.’’ मेहता ने यहां फिक्की-आईबीए के एक कार्यक्रम के मौके पर अलग से बातचीत में यह बात कही. 


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इसी कार्यक्रम में मौजूद बैंक आफ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीनबंधु महापात्रा ने कहा कि बैंक एयरलाइन के लिए निपटान योजना का समर्थन कर रहे हैं. महापात्रा ने कहा कि यदि आप समर्थन नहीं करेंगे तो मूल्य नष्ट होगा. हमें मूल्य और एयरलाइन को बचाना होगा. जेट एयरवेज पर 8,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. उसे मार्च के अंत तक 1,700 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने की जरूरत है.