नई दिल्ली: State Bank of India, HDFC Bank, Punjab National Bank, Axis Bank, Bank of Baroda, HDFC Bank में है तो आपके लिए बेहद जरूरी खबर है, क्योंकि आने वाले कुछ दिन आपको बैंकिंग सेवाओं में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. 27 मार्च से 4 अप्रैल तक बैंक 7 दिन बंद रहेंगे, लेकिन इस बीच एक और चिंता बढ़ाने वाली खबर ये है कि आपको ऑनलाइन बैंकिंग में भी दिक्कत आ सकती है.


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फ्रॉड SMS रोकने की कोशिश


अनचाहे और फ्रॉड SMS से लोगों को निजात दिलाने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी TRAI ने कमर्शियल मैसेज पर लगाम लगाने के लिए एक प्रक्रिया शुरू की है, इसमें कंपनियों को कहा गया है कि वो एक फॉर्मेट में SMS को TRAI के साथ रजिस्टर्ड कराएं ताकि ग्राहकों तक सही मैसेज पहुंचे और वो किसी फ्रॉड का शिकार न हों, लेकिन TRAI के इस आदेश को कंई कंपनियां गंभीरता से नहीं ले रही हैं, जिसका खामियाजा उनके ग्राहकों को उठाना पड़ सकता है. 


TRAI ने जारी की 40 डिफॉल्टर कंपनियों की लिस्ट


टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI ने ऐसे 40 डिफॉल्टर कंपनियों की लिस्ट जारी की है. जिसमें कई बड़े बैंक जैसे HDFC Bank, SBI and ICICI Bank, Axis Bank शामिल हैं. ये सभी कंपनियां (principal entities) TRAI के बार बार चेतावनी के बाद भी बल्क कमर्शियल SMS के रेगुलेटरी नियमों का पालन नहीं कर रही हैं. 



कंपनियों को 31 मार्च तक मोहलत 


TRAI ने अपने आदेश का पालन होते नहीं देख अब इन सभी पर कड़ाई शुरू कर दी है. Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) ने इन सभी डिफॉल्टर कंपनियों को चेतावनी दी है कि अगर वो चाहते हैं कि उनके ग्राहकों को मैसेज मिलने में कोई परेशान नहीं हो तो 1 अप्रैल, 2021 तक आदेश का पालन करना होगा. 


इसके बाद SMS को रिजेक्ट कर देगा सिस्टम


TRAI ने कहा है कि प्रिंसिपल एंटिटीज/टेलीमार्केटर्स को काफी मौके दिए जा चुके हैं, ग्राहकों को उनको मिलने वाले फायदों से अब ज्यादा दूर नहीं रखा जा सकता. इसलिए ये तय किया गया है कि अब 1 अप्रैल 2021 से कोई भी मैसेज रेगुलेटरी जरूरतों को पूरा नहीं करने की वजह से 'Scrubbing Process' में फेल हुए तो उन्हें सिस्टम की ओर से रिजेक्ट कर दिया जाएगा. 


क्या है SMS scrubbing प्रक्रिया 


कमर्शियल मैसेज का TRAI का ये नियम ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जिससे अनचाहे और फ्रॉड मैसेज पर रोक लगेगी. दरअसल, कमर्शियल टेक्स्ट मैसेज भेजने वाली इन कंपनियों को टेलीकॉम ऑपरेटर के साथ मैसेज हेडर और टेम्पलेट को रजिस्टर करना होगा. कंपनियों जैसे बैंक, पेमेंट कंपनियां, बीमा कंपनियां और दूसरी कंपनियां जब SMS और OTP भेजेंगी, तो इन सभी को ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म पर उनके रजिस्टर्ड टेम्पलेट से चेक किया जाएगा. इसे ही SMS scrubbing प्रक्रिया कहते हैं. 


बैंकों का OTP नहीं मिलेगा, तो लेन-देन कैसे होगा? 


TRAI का कहना है कि कंपनियां (Principal Entities) जिसमें बड़े बैंक जैसे State Bank of India, HDFC Bank, Punjab National Bank, Axis Bank, Bank of Baroda वगैरह शामिल हैं, जरूरी पैरामीटर्स का पालन नहीं कर रही हैं, जैसे कंटेंट टेम्पलेट IDs, PE IDs वगैरह. ऐसे में होगा ये कि इन बैंकों के ग्राहक अगर कोई ऑनलाइन लेन-देन करते हैं तो उन्हें OTP नहीं आएगा, क्योंकि SMS scrubbing प्रक्रिया में इन बैंकों के OTP मैसेज या कोई दूसरे जरूरी मैसेज सिस्टम से ही रिजेक्ट हो जाएंगे. 


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