खुशखबरी: मॉनसून का पहला अनुमान जारी, समय पर होगी बारिश, नहीं पड़ेगा सूखा
स्काईमेट को मुताबिक, इस साल देश में मॉनसून सामान्य रहने की संभावना है. स्काईमेट के मुताबिक, इस साल जून-सितंबर के बीच 100 फीसदी मॉनसून का अनुमान है.
नई दिल्ली: किसानों और खेती से जुड़े लोगों के लिए अच्छी खबर है. इस साल देश में मानसून सामान्य रहेगा. मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेंट ने मॉनसून का पहला अनुमान जारी कर दिया है. स्काईमेट को मुताबिक, इस साल देश में मॉनसून सामान्य रहने की संभावना है. स्काईमेट के मुताबिक, इस साल जून-सितंबर के बीच 100 फीसदी मॉनसून का अनुमान है. यही नहीं इस बार बारिश की शुरुआत भी समय पर होगी. वहीं, सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना 20 फीसदी है. स्काईमेट की वेबसाइट पर जारी रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार सूखा पड़ने की संभावना भी जीरो फीसदी है.
क्या है स्काईमेट की रिपोर्ट में
स्काईमेट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस साल सामान्य से कम बारिश होने की संभावना सिर्फ 20 फीसदी है. वहीं, सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना भी 20 फीसदी और भारी बारिश की संभावना 5 फीसदी है. स्काईमेट के मुताबिक इस साल सूखा पड़ने की आशंका नहीं है.
96 फीसदी से 104% बारिश
स्काईमेट के मुताबिक इस साल जून-सितंबर के बीच 100 फीसदी मॉनसून का अनुमान है. पूरे सीजन के लिए 96 से 104 फीसदी बारिश होने की संभावना 55 फीसदी है. रिपोर्ट के अनुसार पूरे सीजन में भारी बारिश की संभावना महज 5 फीसदी है.
उत्तर भारत में कैसी होगी बारिश
उत्तर भारत की बात करें तो वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, शिमला, मनाली, देहरादून, श्रीनगर सहित पूर्वी यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू एंड कश्मीर के इलाकों में सामान्य से ज्यादा बारिश की उम्मीद है. यहां भारी बारिश की भी संभावना है. वहीं, दिल्ली, अमृतसर, चंडीगढ़, आगरा, जयपुर और जोधपुर के इलाकों में सामान्य बारिश की ही उम्मीद है.
यहां हो सकती है भारी बारिश
मध्य भारत में मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक, इंदौर, जबलपुर, रायपुर और आस-पास के इलाकों में भारी बारिश की उम्मीद है. वहीं, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत जैसे शहरों में सामान्य बारिश हो सकती है.
दक्षिण भारत में कम होगी बारिश
दक्षिण भारत की बात करें तो चेन्नई, बंग्लुरु, तिरुवनन्तपुरम, कोन्नूर, कोझिकोड, हैदराबाद, कर्नाटक के तटीय इलाकों में विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम में इस बार मानसून सामान्य या सामान्य से कुछ कम रह सकता है.
किस महीने कितनी बारिश
जून 2018: जून में लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) 111 फीसदी रह सकता है. इस दौरान 164 एमएम बारिश हो सकती है.
जुलाई 2018 में लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) 97 फीसदी रह सकता है. इस दौरान 289 एमएम बारिश होने की उम्मीद है.
अगस्त 2018 में लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) 96 फीसदी रह सकता है. इस दौरान 261 एमएम बारिश होने की उम्मीद है.
सितंबर 2018 में लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) 101 फीसदी रह सकता है. इस दौरान 173 एमएम बारिश होने की उम्मीद है.