रुपये में लगातार गिरावट जारी, रिकॉर्ड निचले स्तर पहुंची इंडियन करेंसी, क्या RBI करेगा हस्तक्षेप?
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रुपये में लगातार गिरावट जारी, रिकॉर्ड निचले स्तर पहुंची इंडियन करेंसी, क्या RBI करेगा हस्तक्षेप?

Rupyee vs Dollar: बाजार सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2024 में अधिकांश मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में तेजी रही थी और यह सिलसिला नए साल में भी जारी रहने की संभावना है.

रुपये में लगातार गिरावट जारी, रिकॉर्ड निचले स्तर पहुंची इंडियन करेंसी, क्या RBI करेगा हस्तक्षेप?

RBI: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में लगातार गिरावट जारी है. गुरुवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे टूटकर 85.75 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ. भारतीय करेंसी में लगातार गिरावट की वजह आयातकों की मजबूत डॉलर मांग तथा विदेशी फंड्स की निकासी की वजह से निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित होना है. 

बाजार सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2024 में अधिकांश मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में तेजी रही थी और यह सिलसिला नए साल में भी जारी रहने की संभावना है. इसके अलावा विदेशी फंड्स की लगातार निकासी से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हो रही है. साथ ही वैश्विक बाजारों में भी कम कारोबार की संभावना है, क्योंकि यूरोप जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में छुट्टियों का मौसम चल रहा है. 

11 पैसे की गिरावट

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोरी के साथ खुला और कारोबार के दौरान 85.68 के ऊपरी स्तर तक गया और 85.79 प्रति डॉलर के निचले स्तर तक आया. घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के बीच रुपया कारोबार के अंत में 85.75 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 11 पैसे की गिरावट है. 

बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.64 पर स्थिर रहा था जो इसका रिकॉर्ड निचला बंद भाव है. रुपये ने 27 दिसंबर को कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले 85.80 के अबतक के सबसे निचले स्तर को छुआ था. 

क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?

मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी का कहना है कि हमें आशंका है कि अमेरिकी डॉलर में मजबूती और आयातकों की तरफ से डॉलर मांग आने के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार निकासी से रुपये पर और दबाव पड़ सकता है.

चौधरी ने आगे कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक का किसी भी तरह का हस्तक्षेप रुपये को निचले स्तर पर सहारा दे सकता है. 

विदेशी मुद्रा भंडार में भी कमी

हालांकि, इससे देश का विदेशी मुद्रा भंडार खत्म हो सकता है. 20 दिसंबर 2024 को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 60.50 बिलियन डॉलर गिरकर 644.39 डॉलर आ गया है. यानी देश का विदेशी मुद्रा भंडार $704.89 बिलियन के रिकॉर्ड उच्च स्तर से काफी नीचे है. 

इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत गिरावट के साथ 108.46 पर कारोबार कर रहा था. वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.91 प्रतिशत बढ़कर 75.32 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. 

(भाषा से इनपुट के साथ)

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