नई दिल्ली. कई लोग जॉब छूट जाने पर तनाव का में चले जाते हैं और हिम्मत हार जाते हैं. मगर ये स्टोरी ऐसे शख्स की है जिसने नौकरी चले जाने पर अपने दिल की सुनी और आज एक बड़ा बिजनेसमैन बन गया.आज इनका सालाना टर्न ओवर 8 करोड़ रुपये का है. ये कहानी है चिराग दिल्ली में रहने वाले सुनील वशिष्ठ की. खराब आर्थिक स्थिति के चलते सुनील केवल दसवीं तक ही पढ़ पाए. सुनील पहले पिज्जा डिलीवरी बॉय का काम करते थे. लेकिन एक दिन उनकी नौकरी चली गई. इसके बाद सुनील ने अपना दिमाग लगाया और अनुभव के आधार पर फ्लाइंग केक्स के नाम से अपनी कंपनी शुरू की. आज कई राज्यों के लोग Flying Cakes के आउटलेट पर बने केक का स्वाद ले रहे हैं.


10वीं के बाद छोड़नी पड़ी पढ़ाई


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सुनील केवल 10वीं तक ही पढ़े हैं. फिर पिताजी ने कह दिया कि अब आगे की जिंदगी अपने दम पर जीओ और सफल होकर दिखाओ. इसके बाद उनके परिवार के हालात ऐसे बने कि उनको कभी कुरियर बांटने तो कभी पिज्जा डिलीवरी बॉय का काम करना पड़ा. सुनील बताते हैं कि 1991 में उन्होंने दिल्ली के डीएमएस के बूथ पर दूध के पैकेट बांटने का पार्ट टाइम जॉब किया, इस जॉब के लिए उन्हें 200 रुपये महीने सैलरी मिली. 


जॉब के साथ करते रहे आगे की पढ़ाई


कुछ दिन नौकरी करने के बाद सुनील ने आगे की पढ़ाई करने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने कॉलेज में एडमिशन ले लिया. लेकिन पढ़ाई के साथ उन्हें जॉब भी करनी पड़ी. सुनील ने ब्ल्यू डॉट कॉम कंपनी में कुरियर बांटने का काम करना शुरू किया. इससे कुछ पैसे कमाने लगे तो पढ़ाई से मोह छूटता गया और सेकेंड इयर में आते-आते पढ़ाई छोड़ दी. ढाई साल तक कुरियर कंपनी में काम किया. फिर कंपनी बंद हो गई और वे बेरोजगार हो गए.


ये भी पढ़ें: कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, सैलरी में होगी इतनी बढ़ोतरी!


फिर बने पिज्जा बॉय


साल 1997 में रोजगार की तलाश में भटक रहे सुनील को पता चला कि दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में डोमिनोज के नाम से कोई विदेशी कंपनी ने अपना पहला आउटलेट खोला है. वहां काम करने के लिए 12वीं पास, ड्राइविंग लाइसेंसधारी और अंग्रेजी बोल सकने वालों की जरूरत थी. सुनील ने इंटरव्यू दिए. अंग्रेजी नहीं आने के कारण लगातार दो बार फेल हुए. फिर तीसरी बार प्रयास किया. इस बार इंटरव्यू लेने वाले ने ये कह दिया कि वे उन्हें दो बार फेल कर चुके हैं. ​फिर बार-बार क्यों आ जाते हैं. सुनील ने इसका जवाब दिया कि सर आप एक बार मौका देकर देखिए. अंग्रेजी भी सीख ही लूंगा. इसके बाद सुनील को डोमिनोज में पिज्जा डिलीवरी बॉय बना लिया.


पत्नी की डिलीवरी के समय नहीं मिली थी छुट्टी


सुनील ने पिज्जा बॉय की नौकरी खूब मेहनत से की. इसलिए उन्हें प्रमोशन भी मिला. 2020 में उनकी शादी भी हो गई. सब अच्छा ही चल रहा था फिर एक दिन जब उनकी पत्नी प्रेग्नेंट थी और उनकी डिलीवरी होनी थी, तब कंपनी ने उनको छुट्टी नहीं दी. इसके बाद जब वो अपने जूनियर को काम सौंप कर चले गए तो उनके सीनियर ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया.


अपना काम शुरू करने का बनाया प्लान


नौकरी जाने के बाद सुनील की जिंदगी बदल गई. जॉब छूटने के बाद उन्होंने अपना काम करना ज्यादा बेहतर समझा. इसके बाद सुनील ने जेएनयू के सामनेफूड स्टॉल लगाना शुरू किया. कुछ समय बाद उस रेहड़ी एमसीडी वालों ने अवैध बताकर तोड़ दिया. तब समझ आया कि कुछ भी काम किसी सड़क किनारे अवैध जगह की बजाय वैध जगह पर होना चाहिए. इस बीच सुनील को पता चला कि इन दिनों नोएडा में कॉल सेंटर इंडस्ट्री पनप रही है. यहां कई एमएनसी ऐसी भी हैं, जो अपने कर्मचारियों का बर्थडे धूमधाम से मनाती हैं और केक, पिज्जा आदि मंगवाती रहती हैं.


ये भी पढ़ें: Motivational Story: कभी साइकिल पर रखकर बेचा अपना प्रोडक्‍ट, आज उस ब्रांड के हर घर में हैं मुरीद


दोस्त से पैसे उधार लेकर खोली शॉप 


सुनील ने तेजी से बढ़ रहे नोएडा में केक की शॉप खोलने का मौका हाथ से गंवाया नहीं और दोस्त से पैसे उधार लेकर वर्ष 2007 में शॉप्रिक्स मॉल नोएडा में शॉप डाल ली. शॉप का नाम रखा  Flying Cakes. उनके बनाए हुए फ्रेश केक लोगों को पसंद आने लगे और बहुत जल्द ही उनके केक की डिमांड बढ़ने लगी. उसके बाद छोटी-छोटी निजी कंपनियों से भी सुनील को केक के आर्डर आने लगे और काम चल निकला. आज Flying Cakes के कई फ्रेंचाइसी और आउटलेट खुल चुके हैं और आज उनकी कंपनी का सालना टर्नओवर 8 करोड़ से ज्यादा है.


LIVE TV