IIM: इस आईआईएम में मिला 60% फीमेल स्टूडेंट्स को एडमिशन, तो डायरेक्टर ने बताया पहले का हाल
Management Institutes: पिछले साल यहां 285 मेल और 207 फीमेल स्टूडेंट को दाखिला मिला था. इस तरह से इस साल संस्थान में जेंडर रेश्यो बदल गया है.
IIM Kozhikode Gender Diversity: दुनिया भर के बिजनेस स्कूलों में जहां लड़कों की संख्या ज्यादा है, वहां अब लड़कियों की संख्या भी बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. इसी दिशा में चलते हुए, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) कोझीकोड ने अपने प्रमुख पोस्ट ग्रेजुएशन मैनेजमेंट प्रोग्राम में लगभग 60 फीसदी फीमेल स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया है.
आईआईएम कोझीकोड में 2024 के बैच में 290 फीमेल स्टूडेंट हैं, जबकि मेल स्टूडेंट्स की संख्या 201 है. पिछले साल यहां 285 मेल और 207 फीमेल स्टूडेंट को दाखिला मिला था. इस तरह से इस साल संस्थान में जेंडर रेश्यो बदल गया है.
इसी दौरान, आईआईएम रायपुर इस साल लगभग आधे (आधे से थोड़ा कम) फीमल स्टूडेंट्स को दाखिला देकर लैंगिक समानता की तरफ बढ़ रहा है. जुलाई 1 तक छात्राओं की अंतिम संख्या तय हो जाएगी, अभी तक 45 फीसदी फीमेल स्टूडेंट्स को एडमिशन मिल चुका है.
इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रोफेसर देबाशीष चटर्जी ने कहा कि, "भारतीय प्रबंध संस्थानों में लैंगिक समानता लाने में सबसे आगे रहने वाला संस्थान होने पर हमें बहुत गर्व है. इस साल हमने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. हमारे संस्थान में करीब 60 फीसदी फीमल स्टूडेंट हैं, जो अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है." .
एक साल, 2019 में, संस्थान ने महिलाओं के लिए 60 एक्स्ट्रा सीटें रखी थीं. मगर अब, उनके लिए कोई रिजर्वेशन नहीं है. कई आईआईएम संस्थानों, जैसे अहमदाबाद, में इस साल लगभग 30 फीसदी महिलाओं को एडमिशन दिया गया है. आईआईएम अहमदाबाद में PGP कक्षा 2024-26 में अलग अलग शैक्षणिक, व्यावसायिक, सामाजिक-आर्थिक और लैंगिक बैकग्राउंड वाले 404 स्टूडेंट्स में से लगभग 25 फीसदी फीमेल स्टूडेंट हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 23 फीसदी के आसपास थी.