Scholarship Gurukul Vidyapeeth: अयोध्या के गुरुकुल विद्यापीठ में चारों वेदों की शिक्षा देने की मिली मान्यता, RSS से संबद्ध श्री गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ अयोध्या को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से वेद पाठशाला की मान्यता मिल गई है. यजुर्वेद व अन्य तीन वेदों के छह आचार्य को मिली मंजूरी मिली है, अयोध्या में इकलौता विद्यापीठ होगा जहां चारों वेदों की शिक्षा दी जाएगी. इसके साथ ही विद्यापीठ के 20 बटुक ब्रह्मचारियों को 60000 रुपये, सालाना व 12 ब्रह्मचारियों को 12000 सालाना की स्कॉलरशिप भी मिलेगी.


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गुरुकुल के संस्थापक अध्यक्ष व महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर (राजस्थान) के कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि  शुक्ल यजुर्वेद के 3, अथर्ववेद के एक, सामवेद के एक, ऋग्वेद के एक, आचार्य की मान्यता वेद विद्या प्रतिष्ठान द्वारा दी गई है. इसके अलावा मॉडर्न थीम में संस्कृत विषय में एक, गणित व कम्प्यूटर में एक, आचार्य की मान्यता मिली है. इसके अलावा कृष्ण यजुर्वेद व अथर्ववेद के एक-एक आचार्य का नियुक्ति का प्रस्ताव प्रतिष्ठान को न्यास द्वारा भेजा गया है, जिसकी अनुमति जल्द ही मिलने की संभावना जताई जा रही है.


कैसा है गुरुकुल?
आचार्य मनोज दीक्षित ने बताया कि आज गुरुकुल के पास 12000 स्क्वायर मीटर में पांच शालाओं से युक्त हरा भरा कैंपस है. साथ ही यह भी बताया कि केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ली द्वारा गुरुकुल को उत्तर प्रदेश का एक आदर्श गुरुकुल विकसित करने का प्रस्ताव ट्रस्ट को प्राप्त हुआ है.


क्या है गुरुकुल की प्लानिंग?
गुरुकुल की प्लानिंग के बारे में दीक्षित ने बताया कि गुरुकुल कैंपस में 95 लाख रुपये की लागत से पौराणिक व आधुनिक पुस्तकों का पुस्तकालय व कंप्यूटर लैब एक सामाजिक संस्था द्वारा प्रस्तावित है. जिसका जल्द ही निर्माण शुरू होगा. जबकि गुरुकुल में 200 बटुकों के लिए 2300 स्क्वायर फिट में अत्याधुनिक भोजन शाला, एस्ट्रोलॉजी स्कूल व 200 ब्रह्मचारियों के हॉस्टल का निर्माण काम शुरू किया गया है.


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