UPSC Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. लेकिन जब एक मां अपनी दो बेटियों को इस मुकाम तक पहुंचाए, तो यह कहानी प्रेरणा का एक अनूठा उदाहरण बन जाती है. हिमाली डाबी एक ऐसी ही मां हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से अपनी दोनों बेटियों, टीना डाबी और रिया डाबी को आईएएस अधिकारी बनाया.


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मां खुद पास कर चुकी हैं UPSC
हिमाली डाबी ने खुद यूपीएससी परीक्षा पास की है. उन्होंने भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) अधिकारी के रूप में कई सालों तक सरकारी नौकरी की है. हालांकि, उन्होंने अपनी बेटियों के भविष्य को देखते हुए समय से पहले ही रिटायरमेंट ले लिया. उनका सपना था कि उनकी दोनों बेटियां भी देश सेवा करें. बता दें कि हिमाली डाबी मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) भोपाल की पास आउट हैं. उन्‍होंने यहीं से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है.


बड़ी बेटी टीना डाबी ने UPSC में हासिल की रैंक 1
टीना डाबी, हिमाली डाबी की बड़ी बेटी है, जिन्होंने साल 2015 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में रैंक 1 हासिल कर ऑल इंडिया टॉप किया था. उनकी इस उपलब्धि ने पूरे देश में तहलका मचा दिया था. टीना डाबी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और अपनी उपलब्धियों के लिए जानी जाती हैं. वर्तमान में वह राजस्थान के जैसलमेर की जिला कलेक्टर हैं. उन्होंने प्रदीप गवांडे से साल 2022 में शादी की थी. हालांकि, यह उनकी दूसरी शादी है. पहली शादी उन्होंने आईएएस अतहर आमिर खान से की थी, जिन्होंने साल 2015 में ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 2 प्राप्त की थी.  


छोटी बेटी भी मां और बहन के नक्शेकदम पर चल बनीं IAS
हिमाली डाबी की छोटी बेटी रिया डाबी ने भी अपनी मां और बहन के नक्शेकदम पर चलते हुए साल 2020 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की. रिया ने इस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 15 हासिल की थी. वह भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और वर्तमान में वह उदयपुर में पोस्टेड हैं. रिया डाबी ने महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस ऑफिसर मनीष कुमार से शादी की है.


बेटियों की सफलता में मां का बड़ा योगदान
हिमाली डाबी का अपनी बेटियों की सफलता में बहुत बड़ा योगदान रहा है. उन्होंने अपनी बेटियों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और उन्हें यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में हर संभव मदद की. उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर अपनी बेटियों को पूरा समय दिया. हिमाली डाबी और उनकी बेटियों की कहानी एक प्रेरणादायी कहानी है. यह कहानी हमें बताती है कि मेहनत, लगन और समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. यह कहानी उन सभी माताओं के लिए एक प्रेरणा है जो अपनी बेटियों को सफल देखना चाहते हैं.