IAS PK Siddharth Ramkumar: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा निश्चित रूप से भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. लाखों कैंडिडेट्स इस हाई-प्रोफाइल परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन 4-5 अटेंप्ट के बावजूद भी इसे पास नहीं कर पाते हैं. हालांकि, कई लोगों ने इस परीक्षा को दो से ज्यादा बार क्रैक किया. वे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के टॉप पद को सुरक्षित करने के लिए परीक्षा में फिर से शामिल होते हैं. ऐसे ही एक व्यक्ति हैं पीके सिद्धार्थ रामकुमार, जिन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 4 हासिल की है. वह केरल से हैं और यूपीएससी सीएसई 2023 में राज्य के टॉपर हैं. यह उनका चौथा अटेंप्ट था.


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जब यूपीएससी का रिजल्ट आया तब वह हैदराबाद में आईपीएस की ट्रेनिंग ले रहे थे. पिछले साल उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 121वीं रैंक हासिल की थी. आईपीएस के लिए चुने जाने से पहले वह भारतीय दूरसंचार सेवा में शामिल हो गए थे. उन्होंने पिछले साल अपनी रैंक में सुधार किया लेकिन आईपीएस बने रहे. उन्होंने अगस्त 2019 में केरल विश्वविद्यालय से आर्किटेक्चर में ग्रेजुएशन की उपाधि प्राप्त की. उन्होंने ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर में अपना पहला यूपीएससी अटेम्प्ट दिया, लेकिन प्रारंभिक परीक्षा पास नहीं कर सके.


जब 16 अप्रैल 2024 को प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा 2023 के नतीजे आए, तो यह उनके परिवार के लिए आश्चर्य की बात थी. ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं था क्योंकि उनके बेटे ने चौथी रैंक हासिल की थी, बल्कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह परीक्षा और इंटरव्यू के लिए उपस्थित हुए थे. उनके पिता रामकुमार एक रिटायर स्कूल प्रिंसिपल हैं और उनकी मां एक हाउसवाइफ हैं. उनके भाई आदर्श हाई कोर्ट में प्रैक्टिसिंग वकील हैं.


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उनकी मां राठी कहती हैं, "टीवी देखने के बाद ही हमें पता चला कि उसने परीक्षा का अटेंप्ट दिया था और इंटरव्यू के लिए उपस्थित हुआ था." "वह फिल्मों का शौकीन है. उन्हें क्रिकेट का भी शौक है." उनके भाई आदर्श कुमार कहते हैं, "हो सकता है कि वह लेटेस्ट अटेंप्ट के बारे में कुछ न कहकर हमें आश्चर्यचकित करना चाहते हों."


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