IAS Success Story Arnav Mishra: सरकारी नौकरी पाने के लिए लोग खूब मेहनत करते हैं लेकिन जब बात आती है IAS वाली नौकरी की तो फिर मेहनत का पैमाना भी बदल जाता है. यूपीएससी की तैयारी करने के लिए कैंडिडेट्स दिन रात मेहनत करते हैं. आज हम एक ऐसे ही युवा की कहानी बता रहे हैं जिसने सफलता के झंडे गाड़े हैं. हम बात कर रहे हैं अरनव मिश्रा की. 


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जब यूपीएससी की तैयारी करते हैं तो कुछ कैंडिडेट्स ऐसे होते हैं जो अपना प्लान बी तैयार रखते हैं, क्योंकि खूब मेहनत करने के बाद भी इस चीज की गारंटी नहीं होती कि आपको यूपीएससी में सफलता मिल ही जाएगी. तो ऐसा ही कुछ किया आईएएस अरनव मिश्रा ने. अरनव ने भी यूपीएससी के साथ यूपीपीसीएस का भी फॉर्म भरा था. 


अरनव आईआईटी जोधपुर से इंजीनियरिंग की है. अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नौकरी करनी शुरू कर दी, लेकिन उनका टारगेट इंजीनियरिंग करने के बाद सिर्फ नौकरी करना नहीं था. इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दी. उन्होंने यूपीएससी का एग्जाम दिया और रिजल्ट आ गया. यूपीएससी का जब फाइनल रिजल्ट आया तो उस लिस्ट में उनका नाम नहीं था. लेकिन अरनव की किस्मत अच्छी थी. फाइनल लिस्ट के बाद यूपीएससी ने दूसरी लिस्ट जारी की जिसमें वेटिंग लिस्ट के कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ. इस लिस्ट में अरनव का भी नाम था. अब अरनव यूपीएससी क्लियर कर चुके थे. 


यूपीएससी में सेलेक्शन होने के ठीक 9 दिन बाद यूपीपीसीएस का रिजल्ट आया. इसमें भी अरनव का सेलेक्शन हो चुका था. यूपीपीसीएस में अरनव की 16वीं रैंक आई थी. इस तरह यूपीएससी पास करने के बाद अरनव एसडीएम भी बन चुके थे. अरनव की बड़ी बहन आरुषि मिश्रा भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) की अधिकारी हैं. आरुषि ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 229 वी रैंक हासिल की थी. वहीं अरनव के जीजाजी चर्चित गौड़ भी उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं.


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