Civil Services Examination: बिहार के रहने वाले युवा आईपीएस राजकृष्ण का एक वीडियो वायरल (IPS Video Viral) हो रहा है जिसमें वह एक कहावत को कोट कर रहे हैं जो सिविल सेवा के  कैंडिडेट्स के लिए एक सीख है. वह कहते हैं - "पुराने राजेंद्रनगर में एक कहावत है. ऐसा कोई नहीं है जिसे यूपीएससी की कोचिंग ने धोखा न दिया हो. दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी करने वाले राजकृष्ण ने दिल्ली में तैयारी की और चौथे अटेंप्ट में भारत में 158 रैंक हासिल कर परीक्षा पास की. राजकृष्ण ने तैयारी से लेकर सफलता तक के अपने पूरे सफर को एक वीडियो के जरिए बयां करने की कोशिश की है.


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राज ने देहरादून के डीएवी स्कूल से 10वीं और बोकारो के डीपीएस से 12वीं की पढ़ाई की. इसके बाद उनका सेलेक्शन आईआईटी गुवाहाटी में हो गया. 2018 में वह यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आए और 2021 में चौथे अटेम्प्ट में उन्होंने एग्जाम क्लियर कर लिया.


कई लोग सार्वजनिक सेवा की तैयारी के लिए कोचिंग लेते हैं. इस बारे में सबका अपना अनुभव है लेकिन आईपीएस राजकृष्ण इसके बारे में बताते हैं. "ऐसा कोई नहीं है जिसे यूपीएससी के कोचों ने धोखा न दिया हो." राज ने अपनी तैयारी के दौरान जीएस की कोचिंग नहीं ली क्योंकि उन्होंने इसके लिए अपने कॉलेज में तैयारी की थी. उन्हें बस थोड़ी तैयारी की जरूरत थी. अपने अनुभव में राज कहते हैं कि कोचिंग में एक निश्चित प्रारूप के अनुसार पढ़ाया जाता है जिसे सिलेबस को पढ़कर ही समझा जा सकता है. हालांकि इसमें ऐसा कुछ भी नहीं है जो यूपीएससी परीक्षा में अलग अलग तरह के सवालों को कवर कर सकें. कोचिंग की आंसर की पर भी सवाल उठे.


राज कोचिंग की आंसर की को लेकर भी सवाल उठाते हैं. उनका कहना है कि ज्यादातर कोचिंग ग्रेड की आंसर की में 10 से 15 प्वाइंट का अंतर है. आप कैसे सोच सकते हैं कि कोचिंग आपको एक परीक्षा के लिए सिखा सकती है जिसके लिए वे आंसर की भी तैयार नहीं कर सकते.


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