UP IAS Officer News: उत्तर प्रदेश में इन दिनों योगी सरकार पुरानी फाइलों की तलाशी ले रही है. ऐसे में जो भी गलत कामों के रडार में आ रहा है. सबको उसका फल भुगतना पड़ रहा है. उमेश हत्याकांड मामले को लेकर अब तक कई माफियाओं के मकानों को बुलडोजर से रौंदा जा चुका है और बाकी कई लोग इसकी कतार में हैं. यूपी विधानसभा में एक मामला बहुत सुर्खियों में छाया हुआ है. साल 2004 में किए गए गुनाह की वजह से एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी को अब जेल जाना पड़ा है. रिटायर्ड आईएएस अधिकारी को एक रात जेल में बितानी पड़ी है जिस अधिकारी की बात यहां हो रही है उनका नाम अब्दुल समद है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अब्दुल समद, आजम खान के करीबी हैं.


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क्या था अधिकारी का गुनाह? 


रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर अब्दुल समद पर आरोप था कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान विधायक सलिल विश्नोई को पीटा था. अब्दुल समद के साथ इस मामले से जुड़े बाकी पुलिसकर्मियों को भी एक रात जेल में बितानी पड़ी है. इसके लिए बकायदा उत्तर प्रदेश विधानसभा में कोर्ट लगी और उसके बाद फैसला सुनाया गया. ऐसा कोई मामला उत्तर प्रदेश विधानसभा में करीब 58 साल बाद देखने को मिला है. आपको बता दें कि सलील विश्नोई के साथ हुए दुर्व्यवहार के मामले के दौरान अब्दुल समद कानपुर में सीईओ के पद पर तैनात थे. आईएएस होने से पहले अब्दुल समद यूपी पीसीएस के अधिकारी रह चुके हैं.


ये भी हैं आरोप


आपको बता दें कि अब्दुल समद साल 2009 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव के कार्यकाल में अब्दुल समद को पीसीएस से प्रमोट करके उच्च शिक्षा विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात किया गया था. अब्दुल समद का नाता विवादों से भी काफी रहा है. उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगते रहे हैं. अब्दुल समद जब गाजियाबाद के नगर आयुक्त थे तब उनका नाम कंप्यूटर और डस्टबिन घोटाला में काफी उछला था.


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