What is ABC for Students:  दिल्ली उच्च न्यायालय ने उस याचिका पर केंद्र और यूजीसी से उनका रुख पूछा, जिसमें दावा किया गया है कि कोई स्टूडेंट डिजिलॉकर अकाउंट के बिना एकेडमिक्स बैंक ऑफ क्रेडिट में नामांकन नहीं कर सकता है, जिसके लिए वैध आधार आईडी की जरूरत होती है.


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कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति मनमीत पीएस अरोड़ा की पीठ ने मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के वकील को मामले में अधिकारियों से निर्देश लेने और अदालत को अवगत कराने के लिए समय दिया. पीठ ने याचिका को 21 मार्च को आगे की सुनवाई के लिए लिस्टेड किया.


दिल्ली यूनिवर्सिटी के लॉ स्टूडेंट की याचिका में कहा गया है कि वह यूजीसी और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (उच्च शिक्षा में अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट की स्थापना और ऑपरेशन) विनियम, 2021 के 21 फरवरी, 2023 के आदेश से व्यथित है, क्योंकि इस प्रोग्राम में नामांकन है. केवल http://www.abc.gov.in के माध्यम से किया जाना है और इसमें अकाउंट केवल digilocker.meripehchaan.gov.in के माध्यम से उपलब्ध है.


क्या कहना है वकील का


याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील सुनील दलाल ने कहा कि आधार के लिए केवल वहीं कहा जा सकता है जहां किसी व्यक्ति को कुछ फायदा या सब्सिडी मिल रही हों और यूजीसी इस प्रोग्राम के लिए आधार को जरूरी नहीं बना सकता है.


क्या है एबीसी रजिस्ट्रेशन?


एबीसी किसी इंडिविजुअल स्टूडेंट द्वारा उसकी पूरी पढ़ाई के दौरान मिले क्रेडिट का स्टोरहाउस होता है. बस ये स्टोरहाउस वर्चुअल या डिजिटल होता है. इसमें स्टूडेंट द्वारा जिस-जिस भी संस्थान में जो पढ़ाई की गई उसका लेखा-जोखा, उसका प्रदर्शन और मुख्य रूप से स्टूडेंट द्वारा अर्न किए गए क्रेडिट होते हैं. इनका इस्तेमाल वो पूरी पढ़ाई के दौरन कई जगह और कई तरीके से कर सकता है. यह एक ऑथेंटिक रिफ्रेंस है जिसे उस स्टूडेंट के बारे में जानने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे वे किसी भी यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट में कभी भी एंट्री या एग्जिट ले सकते हैं.