Maharashtra: जीत के जश्न में पड़ा भंग, गुलाल गिरते ही फैल गई आग; झुलसे लोग, मची चीख-पुकार
Maharashtra Election: महाराष्ट्र चुनाव में जीत का जश्न मना रहे एक उम्मीदवार का आयोजन उस समय एक घटना में बदल गया जब आरती उतार रही महिलाओं पर गुलाल जा गिरा. दरअसल गुलाल गिरने से आग लग गई और कई लोग बुरी तरह झुलस गए.
Maharashtra: शनिवार को चुनाव आयोग की तरफ से महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा के नतीजों का ऐलान किया गया. चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवारों ने जमकर जश्न मनाया लेकिन महाराष्ट्र के अंदर जश्न मनाने के दौरान एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई. महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के बाद शनिवार को चांदगढ़ में जीत के जश्न में आग लगने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चांदगढ़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले निर्दलीय उम्मीदवार शिवाजी पाटिल आग में घायल हो गए.
क्रेन से गुलाल फेंका जा रहा था
बताया जा रहा है कि आग तब लगी जब पाटिल के लिए आरती कर रही महिलाएं एक क्रेन से भारी मात्रा में गुलाल फेंक रही थीं. चश्मदीदों का कहना है कि यह घटना तब हुई जब क्रेन ने बड़ी मात्रा में गुलाल भीड़ पर फेंका. दुर्भाग्य से गुलाल महिलाओं द्वारा पकड़ी गई ‘आरती’ की थालियों पर जा गिर गया जो संभवतः आग के पास रखी हुई थीं, जिससे आग तेजी से फैल गई. सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि अचानक किस तरह आग फैल जाती है.
अधिकारी कर रहे हैं जांच:
उम्मीदवार की जीत का जश्न मनाने के लिए आयोजित यह प्रोग्राम उस समय लोगों के लिए खतरनाक घटना में बदल गया जब आग ने अनुष्ठान में शामिल महिलाओं को आग में अपनी चपेट में ले लिया. इस घटना में पाटिल समेत जख्मी व्यक्तियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारी चश्मदीदों और वायरल वीडियो की बुनियाद पर आग लगने के कारण और जश्न के दौरान सुरक्षा सावधानियों के पर्याप्त होने की जांच कर रहे हैं. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने उस खुशी के मौके पर ग्रहण लगा दिया है जिसका मकसद जश्न मनाना था.
क्या गुलाल से आग लग सकती है?
बता दें कि गुलाल ज्वलनशील भी हो सकता है. खासकर तब जब इसमें सिंथेटिक पिगमेंट और कुछ रासायनिक यौगिक शामिल हों. पारंपरिक रूप से चावल के आटे और फूलों की पंखुड़ियों जैसी प्राकृतिक चीजों से बने गुलाल में आग लगने का जोखिम हो सकता है, खासकर तब जब वे खुली लपटों या गर्मी के संपर्क में आते हैं.