Maneka Gandhi Sultanpur: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए देश भर में राजनीतिक घमासान जारी है. भीषण गर्मी के बावजूद तमाम पार्टियों के उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार अभियान  परवान पर है. सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर भी प्रचार की जंग छिड़ी है. ऑनलाइन और ऑफलाइन सियासी समीकरण तेजी से बदलता दिख रहा है. 


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'ज़ी न्यूज़' ने चुनाव मैदान में उतरे विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख राजनेताओं का सोशल स्कोर निकाला है. यह स्कोर सोशल मीडिया पर उनकी एक्टिविटी को देखते हुए निर्धारित किया गया है. आइए, उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार मेनका गांधी का लीडर सोशल स्कोर (LSS) जानते हैं.


देश के सबसे बड़े राजनीतिक घराने की बहू हैं मेनका गांधी


मेनका संजय गांधी के एक्स पर दिए बायो के मुताबिक वह सुल्तानपुर लोकसभा सीट से सांसद, लेखिका, पर्यावरणविद और पशु अधिकार कार्यकर्ता के साथ ही पीपल फॉर एनिमल्स की संस्थापक चेयरपर्सन भी हैं. राजनीति में आने से पहले मेनका गांधी मॉडल और पत्रकार भी रही हैं. लगभग 68 साल की भाजपा नेता मेनका गांधी देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाती और भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे दिवंगत संजय गांधी की पत्नी हैं. कांग्रेस के शीर्ष नेहरू-गांधी परिवार की बहू होने के बावजूद वह भाजपा में हैं. 


अमेठी सीट से राजीव गांधी के खिलाफ चुनाव में मिली करारी हार


भारतीय सेना में एक बड़े अधिकारी की बेटी के रूप में 26 अगस्त, 1956 को दिल्ली में जन्मीं मेनका गांधी की शिक्षा, करियर, प्यार और परिवार सब इसी शहर में आगे बढ़ा.उनकी शिक्षा लारेंस स्कूल, सनवर और लेडी श्रीराम कालेज, नयी दिल्ली में हुई. उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी के साथ विवाह किया. एक प्लेन हादसे में संजय गांधी की मौत के बाद 1982 में वह राजनीति में आईं. उन्होंने अपना पहला चुनाव अमेठी  सीट से अपने जेठ राजीव गांधी के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ा. इसमें करारी हार का सामना करना पड़ा.


1988 में जनता दल में शामिल हुईं, पीलीभीत से लगातार जीत


इसके बाद 1988 में मेनका गांधी जनता दल में शामिल हो गईं. उन्होंने दूसरा चुनाव 1989 में पीलीभीत संसदीय सीट से  जनता दल के प्रत्याशी के रूप में लड़कर जीत हासिल की. उन्हें 1991 के संसदीय चुनावों में हार का सामना करना पड़ा. आगे 1996 में फिर पीलीभीत संसदीय सीट से ही जनता दल के प्रत्याशी के रूप कामयाब हुईं. इसके बाद 1998 और 1999 में भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पीलीभीत संसदीय सीट से ही संसद पहुंचने में सफल रहीं.


साल 2004 में भाजपा में शामिल हो गयीं मेनका गांधी


मेनका गांधी साल 2004 में भाजपा में शामिल हो गयीं. लोकसभा चुनाव 2004 में पीलीभीत से, 2009 में आंवला से, 2014 में फिर पीलीभीत से और 2019 में सुल्तानपुर संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में संसद पहुंचने में कामयाब हुईं. मोदी सरकार में वह केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री रह चुकी हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में भी मेनका गांधी सुल्तानपुर सीट से ही भाजपा उम्मीदवार हैं.  चुनावी हलफनामे के मुताबिक, पिछले पांच साल में उनकी संपत्ति 43 प्रत‍िशत बढ़ गई है. 2019 में उनकी संपत्‍त‍ि 55.69 करोड़ रुपये थी और अब 97.17 करोड़ रुपये हो गई है.


डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.