Sanjay Nirupam News: एक तरफ कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान पर रैली के लिए जुटेंगे, तो दूसरी तरफ INDIA गठबंधन से अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं. लोकसभा चुनाव में बिहार, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में सहयोगी ही आमने सामने आ गए हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस की टेंशन ज्यादा बड़ी है. वहां पार्टी के नेता संजय निरुपम ने मोर्चा खोल रखा है. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 17 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी, जिसके बाद कांग्रेस खेमे में नाराजगी फैल गई. 


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प्रेशर में न आए कांग्रेस, निरुपम बोले


अब कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा है कि उनकी पार्टी को मुंबई में सीटों के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के दबाव में नहीं आना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि शिवसेना (यूबीटी) कांग्रेस के समर्थन के बिना एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं है. 


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इस सप्ताह की शुरुआत में शिवसेना (यूबीटी) ने 17 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी और कहा था कि वह महाराष्ट्र में कुल 22 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इनमें से चार सीटें मुंबई में हैं. निरुपम के मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद है जहां उन्हें 2019 में हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी के इस कदम से महा विकास आघाडी के दो घटक दलों कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) में नाराजगी है. 


तीनों दलों ने महाराष्ट्र में 19 अप्रैल से शुरू हो रहे पांच चरणों के मतदान के लिए अभी तक लोकसभा सीटों का बंटवारा नहीं किया है. निरुपम ने कहा, ‘कांग्रेस को शिवसेना (यूबीटी) के दबाव में नहीं आना चाहिए क्योंकि उद्धव ठाकरे की पार्टी कांग्रेस के समर्थन के बिना एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं है.’ 


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कांग्रेस की मुंबई इकाई के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘शिवसेना (यूबीटी) मुंबई में छह में से पांच सीटें लेने के लिए कांग्रेस पर दबाव बना रही है लेकिन कांग्रेस को इस तरह के दबाव में नहीं आना चाहिए. यह कांग्रेस के खिलाफ है और यह शहर में पार्टी को खत्म करने की साजिश है.’ 


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उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस विवादित निर्वाचन क्षेत्रों में फ्रेंडली फाइट पर विचार कर रही है तो वह इसके लिए तैयार हैं. वह कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के नेता नसीम खान के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि कि शिवसेना (यूबीटी) के एकपक्षीय तरीके से उम्मीदवारों की घोषणा करने से उनके पार्टी कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए हैं इसलिए प्रदेश इकाई छह लोकसभा क्षेत्रों में ‘दोस्ताना मुकाबला’ करना चाहती है.


निरुपम ने कहा, ‘कांग्रेस को सांगली, मुंबई उत्तर-पश्चिम, मुंबई दक्षिण-मध्य और भिवंडी में दोस्ताना मुकाबले पर विचार करना चाहिए.’ उन्होंने पार्टी नेतृत्व को एक सप्ताह का वक्त देने का अपना रुख दोहराया जिसके बाद वह अपने भविष्य के कदम (मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से चुनाव लड़ने) पर फैसला लेंगे.


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