P Chidambaram on Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में होने जा रहे असेंबली चुनाव में कौन जीतेगा और कौन हारेगा, यह तो भविष्य की बात है लेकिन कांग्रेस पार्टी में जीत से पहले ही सीएम पद को लेकर मारामारी शुरू हो गई है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा जहां एक बार फिर सीएम पद पर अपना दावा ठोक रहे हैं. वहीं पार्टी की दलित महिला नेता कुमारी शैलजा और प्रभावशाली पार्टी नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला भी संकेतों में अपनी दावेदारी जता रहे हैं. अब इस मुद्दे पर पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का बयान सामने आया है. 


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हरियाणा में कोई मतभेद नहीं- पी. चिदंबरम


चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि पार्टी की हरियाणा इकाई में कोई मतभेद नहीं है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी 5  अक्टूबर को होने वाला राज्य विधानसभा का चुनाव एकजुट होकर लड़ेगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कृषि, अर्थव्यवस्था और राज्य के कर्ज सहित कई मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस इस सप्ताह अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करेगी. 


कांग्रेस की हरियाणा इकाई में अंदरूनी कलह की खबरों पर चिदंबरम ने कहा कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कोई फूट नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य में कई प्रभावशाली नेता हैं, ऐसे में स्वाभाविक रूप से वे उम्मीदवारों के लिए जोर डालेंगे लेकिन यकीन है कि सभी एकजुट होकर प्रचार करेंगे और चुनाव जीतेंगे. 


'हम एकजुट होकर लड़ेंगे और जीतेंगे'


उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी में कोई मतभेद नहीं है. प्रदेश इकाई में कई नेता हैं और हम उन सभी का सम्मान करते हैं. स्वाभाविक रूप से नेताओं के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी.’ चिदंबरम ने कहा, ‘मेरी अच्छी मित्र (कुमारी) सैलजा जी ने (भूपेंद्र सिंह) हुड्डा के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा है और न ही हुड्डा ने सैलजा के खिलाफ एक शब्द कहा है. इसलिए हम एकजुट पार्टी हैं. हम यह चुनाव एकजुट होकर लड़ेंगे. हमें विश्वास है कि हमें हरियाणा की जनता का समर्थन मिलेगा.’


भाजपा नेता अनिल विज द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश किए जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर चिदंबरम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन के कारण ऐसा हो रहा है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों ने निश्चित रूप से मोदी के रथ पर गतिरोधक लगा दिया है और इसका एक असर यह है कि भाजपा का केंद्रीय कमान प्रदेश भाजपा पर नियंत्रण खो रही है. 


अनिल विज के दावे पर चिदंबरम की चुटकी


चिदंबरम ने आरोप लगाया, ‘अगर और लोग भी इस पद के लिए दावेदारी पेश करें तो मुझे हैरानी नहीं होगी. इससे पता चलता है कि हरियाणा में भाजपा एकजुट नहीं है.’ पूर्व मंत्री विज ने रविवार को कहा था कि अगर भाजपा हरियाणा में सत्ता में लौटती है तो वह मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश करेंगे. छह बार विधायक रहे विज की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भाजपा पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि अगर वह सरकार बनाती है तो नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री होंगे. 


चिदंबरम ने मतदाताओं से आगामी चुनाव में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने की अपील करते हुए कहा, ‘किसी पार्टी के सत्ता में रहने के लिए 10 साल का समय काफी होता है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरा व्यक्तिगत तौर पर मानना ​​है कि लोगों को 10 साल में कम से कम एक बार सरकार जरूर बदलनी चाहिए.’


हरियाणा में 5 अक्टूबर को होगी वोटिंग


पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कृषि के मुद्दे पर भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में करीब 70 प्रतिशत आबादी किसी न किसी तरह से कृषि पर निर्भर है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘कृषि ऋण का 32 प्रतिशत हिस्सा पेशेवर साहूकारों का है, संस्थागत ऋणदाताओं का नहीं. हरियाणा सरकार पिछले 10 वर्षों में किसानों को कृषि ऋण उपलब्ध कराने में पूरी तरह विफल रही है.’ उन्होंने यह भी कहा कि फसल बीमा योजना हरियाणा सहित पूरे देश में पूरी तरह विफल है. 


बताते चलें कि हरियाणा की असेंबली में कुल 90 सीटें हैं, जिनके लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी. वहीं मतगणना 8 अक्टूबर को की जाएगी. 


(एजेंसी भाषा)