लंदन: इंग्लैंड ने गुरुवार को एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2019 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेटों से शिकस्त देकर फाइनल में जगह बना ली. ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान टीम के सामने सिर्फ 224 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे उसने 32 ओवरों में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया. इंग्लैंड ने 27 साल बाद फाइनल में जगह बनाई है. 


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मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच ने कहा कि आज उनकी टीम का प्रदर्शन बिल्कुल स्तरहीन रहा. फिंच ने कहा, "मैच की शुरुआत में ही हमारे 3 विकेट गिर गए. 10 ओवर में हमने केवल 27 रन बनाए, इसके बाद हम मैच में वापसी नहीं कर सके. आप नई गेंद से पहले सीम की आशा करते हैं लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंग्थ में गेंदबाजी की. लेकिन हमारे लिए यह विश्वकप कई सकारात्मक चीजें लेकर आया." 


फिंच ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा, "आप हमेशा जीतना चाहते हैं लेकिन कई बार ऐसा नहीं होता. पिछले छह माह में, कई तरह के रंग देखने को मिले हैं लेकिन इससे दुख पहुंचता है. हमने परिस्थितियों को बदलने की पूरी कोशिश की, विकेट के लिए विकल्प तलाशे लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि आज इंग्लैंड ने बहुत शानदार खेल दिखाया. उन्होंने वास्तव में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. हमें पता है कि जब वे मजबूत होते तो कितना बढ़-चढ़कर खेलते हैं." 


फिंच ने कहा, "आज चीजें हमारी इच्छा के मुताबिक नहीं हुईं. जब आप अपने प्लान को क्रियान्वित नहीं कर पाते तो आपको दुख होता है. हम यहां जीतने के इरादे से आए थे लेकिन ऐसा नहीं हो सका."  


2015 से यहां तक का सफर अविश्वसनीय : मोर्गन
उधर, जीत के बाद मोर्गन ने कहा, "1992 में मैं सिर्फ छह साल का था. मुझे याद नहीं कि क्या हुआ था लेकिन मैंने झलकियां देखीं हैं. अगर हम पीछे जाकर 2015 को देखते हैं और फिर रविवार को फाइनल में जाने तक के सफर को देखते हैं तो मुझे यह अविश्वसनीय लगता है. इसके लिए ड्रेसिंग रूम में मौजूद हर शख्स को श्रेय जाता है. परिणाम लाने के लिए हमें मिले मौकों का फायदा उठाना होगा."